उत्तर पश्चिम रेलवे (NWR) इस साल आर्थिक सफलता के मामले में चर्चा में है। वित्त वर्ष समाप्त होने से पहले ही अक्टूबर 2025 तक NWR ने 4780 करोड़ रुपये की कमाई कर पिछली साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है,
जो करीब 3 प्रतिशत अधिक है। केवल अगस्त 2025 तक यात्रीभार से 335 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय दर्ज की गई, जो अपने आप में एक नया रिकॉर्ड है। मार्च 2026 तक राजस्व में और वृद्धि होने की संभावना है, जिससे रेलवे की कमाई और मजबूत होने की उम्मीद है।
NWR के CPRO कैप्टन शशि किरण के मुताबिक, यात्री सेवाओं से रेलवे को राजस्व में जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिली है। आरक्षित टिकट से 3.65 प्रतिशत और अनारक्षित टिकट से 5.58 प्रतिशत की ग्रोथ दर्ज की गई।
वित्त वर्ष 2025-26 में अक्टूबर तक NWR ने 4780 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल कर नया रिकॉर्ड बनाया है, जो विभिन्न मदों से आया है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि मार्च 2026 तक यह आंकड़ा 5 हजार करोड़ रुपये को पार कर जाएगा।
व्यापारियों संवाद से आया फायदा
कैप्टन शशि किरण के मुताबिक, NWR ने अपने चारों मंडलों में बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट्स के जरिए व्यापारियों से संवाद बढ़ाया है। इसके परिणामस्वरूप व्यापारी अब अपने माल को दूसरे राज्यों तक पहुंचाने के लिए सड़क के बजाय रेल का चयन कर रहे हैं,
जिससे रेलवे को मालभाड़ा और पार्सल से आय में बढ़ोतरी हुई है। इसी तरह, रिजर्व टिकटों की बिक्री में 3.65 प्रतिशत और अनरिजर्व टिकटों से 5.58 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई है, और यह वृद्धि लगातार जारी है।