28.6 C
Jaipur
Monday, July 7, 2025

फिल्मकार हंसल मेहता ने अभिनेता मुकुल देव को श्रद्धांजलि दी

Newsफिल्मकार हंसल मेहता ने अभिनेता मुकुल देव को श्रद्धांजलि दी

मुंबई, 25 मई (भाषा) फिल्मकार हंसल मेहता ने अभिनेता मुकुल देव को भावुक श्रद्धांजलि देते हुए एक पोस्ट लिखा और उन्हें एक ऐसा कलाकार बताया जो ‘बेहद आकर्षक’ थे। मुकुल ने मेहता की वर्ष 2017 में प्रदर्शित हुई चर्चित फिल्म ‘ओमेर्ता’ की कहानी के लेखन में योगदान दिया था।

‘सन ऑफ सरदार’, ‘यमला पगला दीवाना’ और ‘जय हो’ जैसी फिल्मों में अभिनय से लोकप्रियता हासिल करने वाले अभिनेता मुकुल देव (54) का निधन शुक्रवार रात को नयी दिल्ली में अस्वस्थता के कारण हो गया था। उनके भाई और अभिनेता राहुल देव ने शनिवार को यह जानकारी दी थी।

राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार को मुकुल का अंतिम संस्कार किया गया।

हंसल मेहता ने इंस्टाग्राम पर लिखा, “जैसे-जैसे इस क्षति का बोझ दिल पर गहराता जा रहा है, मुझे लगता है कि मेरे दोस्त मुकुल के बारे में कहने को अभी भी बहुत कुछ बाकी है।’’

उन्होंने लिखा, “मुझे मुकुल की बहुत याद आएगी। हमारे चुटकुलों पर उनकी जोरदार हंसी, कहानी कहने का उनका बेजोड़ हुनर, उनकी बेमिसाल आवाज… उन्होंने मेरी दो अधूरी फिल्मों और एक टीवी शो में अभिनय किया — और न जाने कैसे, इन सबके बीच हम एक-दूसरे के बहुत क़रीब आ गए। हम शराब, टूटे दिल और इस मूर्खतापूर्ण उम्मीद के साथ एक-दूसरे के दोस्त बन गए कि एक दिन सब कुछ सही हो जाएगा। सालों तक हम जिम के साथी रहे।”

मेहता ने कहा कि मुकुल देव में वह सभी खूबियां थीं, जो एक सफल ‘फिल्म स्टार’ बनने के लिए जरूरी होती हैं।

पूर्व मॉडल रह चुके मुकुल देव ने 1996 में फिल्म ‘दस्तक’ से अभिनय की शुरुआत की थी, जिसमें उनके साथ अभिनेत्री और 1994 की ‘मिस यूनिवर्स’ सुष्मिता सेन भी थीं।

मेहता ने लिखा, “उनके पास वो सब कुछ था, जो लोग सिर्फ सपने में देखते हैं— ‘ड्रीम लांच’, बड़े निर्देशक, नामचीन सह-कलाकार। लेकिन उनका करियर कई छूटे हुए अवसरों और अधूरी सफलताओं की श्रृंखला बनकर रह गया। यह उस कहानी की तरह है, जो बन सकती थी, लेकिन पूरी न हो सकी।

एक ऐसी श्रृंखला, जिसमें सिर्फ़ ‘क्या होता अगर…’ जैसे सवाल रह गए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘और मुझे लगता है कि यही ‘क्या होता अगर…’ वाले सवाल धीरे-धीरे उसकी आत्मा को अंदर से तोड़ते रहे। धीरे-धीरे, चुपचाप, उन्होंने उसके भीतर हार और स्वीकार्यता की एक गहरी भावना भर दी — एक ऐसा दर्द, जिसे अक्सर शराब में ही थोड़ी राहत मिलती थी। हंसी और दिखावे के पीछे एक ऐसा इंसान था, जो उन सपनों से समझौता करने की कोशिश कर रहा था, जो कभी पूरे ही नहीं हुए।’’

हंसल मेहता ने बताया कि मुकुल देव एक प्रतिभाशाली लेखक भी थे और उन्होंने ही उन्हें ‘ओमेर्ता’ की कहानी वर्ष 2003 में उन्हें दी थी।

वर्ष 2017 की फिल्म में राजकुमार राव ने ब्रिटिश मूल के पाकिस्तानी आतंकवादी उमर सईद शेख की भूमिका निभाई थी, जिसे 1999 में हाईजैक किए गए इंडियन एयरलाइंस के विमान के यात्रियों के बदले में मुक्त कर दिया गया था और बाद में उस पर पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या का आरोप लगाया गया था।

मेहता ने कहा, “मुझे उसकी आवाज़ में वह खुशी याद है, जब फिल्म आखिरकार बनकर तैयार हुई थी,

वह गर्व, जब उसने इसे फ़ेस्टिवल के दर्शकों के साथ देखा था। और वह संक्रामक उत्साह, जब लेखन क्रेडिट्स में उसका नाम आया था। हर बार वह हंसते हुए कहता, ‘हंसी, क्या फिल्म बनाई यार। इंटरनेशनल! सोच भी नहीं सकता था कि ऐसी फिल्म में मेरा भी नाम आएगा। मेरे लिए ये बहुत बड़ी बात है। उस क्रेडिट ने उसे सम्मान और पहचान का अहसास दिलाया। काश, हमने साथ में और काम किया होता।”

उनकी आख़िरी बातचीत को याद करते हुए मेहता ने कहा कि वह बातचीत उनकी जानी-पहचानी मजाकिया नोकझोंक और उस ‘नकली फिरोज़ ख़ान वाले लहजे’ से भरी हुई थी, जो वे अक्सर आपस में इस्तेमाल करते थे।

उन्होंने कहा, ‘लेकिन उस हंसी के पीछे मैं कुछ और महसूस कर रहा था — एक शांत सा दुख, निराशा की एक हल्की परछाईं, और एक तरह का अकेलापन, जिसे उसने कभी खुलकर नहीं कहा।’’

मेहता ने पोस्ट के अंत में लिखा, “अलविदा मेरे खूबसूरत, टूटे हुए और प्रतिभाशाली दोस्त। फिर मिलेंगे।”

भाषा राखी दिलीप

दिलीप

Check out our other content

Check out other tags:

Most Popular Articles