कोलकाता, सात जून (भाषा) पश्चिम बंगाल के मंत्री फिरहाद हकीम ने शनिवार को यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान सशस्त्र बलों को “एक बड़े देश के डर से” रोक दिया था, जिसके बाद भाजपा ने उन पर हमला करते हुए कहा कि वह “पाकिस्तानी नेता” की तरह बोल रहे हैं।
भाजपा सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) प्रकोष्ठ के प्रमुख अमित मालवीय ने पत्रकारों को दिए गए हकीम के कथित बयान का एक वीडियो संलग्न करते हुए निशाना साधा और उन पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर प्रधानमंत्री के खिलाफ “अपमानजनक हमला” करने का आरोप लगाया।
वीडियो में हकीम को संवाददाताओं से कहते हुए सुना गया, “प्रधानमंत्री ने एक बड़े देश के डर से, एक “कापुरुष’ (डरपोक) की तरह, पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय सेना के हमलों को रोक दिया था। प्रधानमंत्री कैसे दावा कर सकते हैं कि उन्होंने कोई बड़ा काम किया है? वे ऑपरेशन सिंदूर का श्रेय कैसे ले सकते हैं?”
हकीम पर पलटवार करते हुए मालवीय ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, “कोलकाता के महापौर फिरहाद हकीम जो कह रहे हैं, उसे ध्यान से सुनिए – ये वही व्यक्ति है जिसने कभी कोलकाता के कुछ हिस्सों को ‘मिनी पाकिस्तान’ कहा था और खुलेआम भारत को इस्लामिक राज्य बनाने का सपना देखता है।”
उन्होंने कहा, “अब अपनी नेता ममता बनर्जी के स्पष्ट निर्देशों के तहत उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर घिनौना और अपमानजनक हमला किया है। उन्होंने बेशर्मी से दावा किया कि ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान को करारा जवाब देने में प्रधानमंत्री मोदी की कोई भूमिका नहीं थी। उन्होंने एक कदम आगे जाकर प्रधानमंत्री को युद्ध विराम का पालन करने और ऑपरेशन सिंदूर को आगे न बढ़ाने के लिए ‘कायर’ करार दिया।”
उन्होंने कहा, “सच कहें तो, यह बयानबाजी किसी भारतीय नेता की कम और किसी पाकिस्तानी नेता की अधिक लगती है जो भारतीय सरकार और उसके नेतृत्व को छोटा दिखाने की कोशिश कर रहा है। ऐसे बयान उन लोगों की मानसिकता को उजागर करते हैं जो पक्षपातपूर्ण नफरत को राष्ट्रीय हित से ऊपर रखते हैं। भारत के लोग इसे समझ जाएंगे।”
भाषा प्रशांत पवनेश
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