(तस्वीरों के साथ)
नयी दिल्ली, सात जून (भाषा)देश भर में शनिवार को हर्षोल्लास के साथ ईद-उल-अजहा का त्योहा मनाया गया। बड़ी संख्या में मुसलमान मस्जिदों में एकत्र हुए और नमाज अदा की तथा बाद में पैगंबर इब्राहिम की आस्था और भक्ति के प्रतीक के रूप में पशुओं की कुर्बानी दी गयी।
शीर्ष नेताओं ने लोगों, खासकर मुसलमानों को इस अवसर पर बधाई दी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट कर कहा, ‘‘ईद-उज-जुहा के पावन अवसर पर, मैं सभी देशवासियों, विशेष रूप से मुस्लिम भाइयों और बहनों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देती हूं। यह त्योहार बलिदान, आस्था तथा अनेक उदात्त आदर्शों के महत्व को समझाता है। आइए, इस शुभ अवसर पर हम सब मिलकर समाज और देश के लिए समर्पण की भावना के साथ कार्य करने का संकल्प लें।’’
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने ईद-उल-अजहा की बधाई देते हुए शनिवार को कहा कि यह पर्व बलिदान देने का साहस और उदारता की याद दिलाता है।
उपराष्ट्रपति ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि यह पर्व निस्वार्थ भाव और सेवा के उन मूल्यों को बढ़ावा देता है जो देश के लोकतांत्रिक ताने-बाने को समृद्ध करते हैं और विविध समाज के रिश्तों को मजबूत करते हैं।
उपराष्ट्रपति ने शुभकामनाएं देते हुए कहा, ‘‘यह पर्व हमें एकता की साझा भावना के जरिए एकजुट होने और एक न्यायपूर्ण, शांतिपूर्ण एवं समतापूर्ण राष्ट्र के निर्माण के लिए मिलकर काम करने के लिए प्रेरित करे।’’
मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘ईद-उल-अजहा की हार्दिक शुभकामनाएं। यह पर्व हमारे समाज में शांति के ताने-बाने को मजबूत करे और सद्भाव को बढ़ावा दे। मैं सभी के अच्छे स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना करता हूं।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि ईद-उल-अजहा मुख्य इस्लामी त्योहारों में से एक है। यह अल्लाह के हुक्म का पालन करने के लिए पैगंबर इब्राहिम के अपने बेटे की बलि देने के लिए तैयार होने की याद में मनाया जाता है।
श्रीनगर में अधिकारियों ने बताया कि पूरे कश्मीर में ईद-उल-अजहा मनाई गई और लोग नमाज अदा करने के लिए बड़ी संख्या में मस्जिदों में एकत्र हुए।
अधिकारियों ने बताया कि लोगों की सबसे अधिक भीड़ हजरतबल दरगाह पर देखी गई, जहां 40,000 से अधिक लोग नमाज के लिए एकत्र हुए।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और पूर्व मुख्यमंत्रियों फारूक अब्दुल्ला एवं महबूबा मुफ्ती ने हजरतबल में नमाज अदा की।
पुराने शहर में स्थित ऐतिहासिक जामा मस्जिद को छोड़कर घाटी में सभी नमाज स्थलों पर छोटी मोटी भीड़ देखी गई, क्योंकि अधिकारियों ने ईदगाह में नमाज अदा करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया।
उन्होंने बताया कि परंपरा के अनुसार घाटी में हजारों भेड़, बकरियों और अन्य जानवरों की कुर्बानी दी गई।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस अवसर पर मुस्लिम समुदाय को बधाई दी।
उपराज्यपाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘आइए हम एकता, सद्भाव और भाईचारे की नींव को मजबूत करने और सभी की भलाई के लिए प्रेम एवं करुणा के साथ काम करने के अपने संकल्प को दोहराएं। यह त्योहार शांति फैलाए और सभी के लिए समृद्धि लेकर आए।’
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि ईद की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गई और किसी अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं है।
श्रीनगर में अधिकारियों ने ईदगाह मैदान और पुराने शहर की जामा मस्जिद में ईद की नमाज अदा करने की अनुमति नहीं दी, जबकि हुर्रियत कांफ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक ने दावा किया कि उन्हें घर में नजरबंद कर दिया गया है।
जम्मू शहर में, और जम्मू संभाग के दस जिलों में ईद-उल-अजहा की विशेष नमाज अदा करने के लिए मस्जिदों और ईदगाहों में बड़ी भीड़ एकत्र हुई। सबसे अधिक भीड़ ईदगाह में जुटी।
मक्का मस्जिद सहित जम्मू की विभिन्न मस्जिदों में अन्य छोटी सभाएं आयोजित की गईं।
नमाज के बाद लोगों ने पैगम्बर इब्राहिम की आस्था और भक्ति को याद करते हुए भेड़, बकरी सहित अन्य जानवरों की कुर्बानी दी।
राष्ट्रीय राजधानी में दिल्ली पुलिस ने कानून व्यवस्था बनाए रखने और ईद-उल-अजहा का शांतिपूर्ण उत्सव सुनिश्चित करने के लिए पूरे शहर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई।
एक अधिकारी ने बताया कि त्योहार के दौरान कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की व्यापक तैनाती की गई थी, तथा त्वरित कार्रवाई बल (आरएएफ), अर्धसैनिक बलों और स्थानीय पुलिस की टीम तैनात की गई थीं।
अधिकारी ने कहा कि त्योहार के दौरान खुले में पशुओं की कुर्बानी, बिना अनुमति सार्वजनिक स्थानों पर नमाज और प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी की अनुमति नहीं है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष शरद पवार और अन्य राजनीतिक नेताओं ने ईद-उल-अजहा के अवसर पर शुभकामनाएं दीं।
मुंबई में भी मुसलमानों ने ईद-उल-अजहा, जिसे बकरीद के नाम से भी जाना जाता है, धूमधाम और धार्मिक उत्साह के साथ मनाया।
‘कुर्बानी के त्योहार’ के उपलक्ष्य में मस्जिदों में विशेष नमाज अदा की गईं तथा पशुओं का वध बूचड़खानों और नागरिक प्राधिकारियों द्वारा निर्धारित स्थानों पर किया गया।
फडणवीस ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘सभी को ईद-उल-अजहा की शुभकामनाएं। ईद मुबारक हो।’’
मध्य प्रदेश के भोपाल में ईद-उल-अजहा के अवसर पर बड़ी संख्या में मुसलमानों ने मस्जिदों और ईदगाह में नमाज अदा की। शहर काजी सैयद मुश्ताक अली नदवी और मौलाना हसन खान ने क्रमशः भोपाल ईदगाह और ताज-उल-मसाजिद में नमाज का नेतृत्व किया।
पारंपरिक पोशाक और टोपी पहने हुए, बच्चों सहित बड़ी संख्या में नमाजी विशेष नमाज के लिए मस्जिदों में एकत्र हुए।
झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लोगों को ईद की शुभकामनाएं दीं।
सोरेन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘ईद-उल-अजहा पर सभी को बहुत बधाई। मैं प्रार्थना करता हूं कि आप सभी स्वस्थ, खुश और समृद्ध रहें।’
रांची में बड़ी संख्या में लोगों ने प्रमुख मस्जिदों और ईदगाहों में नमाज अदा की।
त्योहार के मद्देनजर राज्य भर में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए।
उत्तर प्रदेश में भी ईद-उल-अजहा धूमधाम से मनाई गई और लोगों ने कड़ी सुरक्षा के बीच ईदगाहों में नमाज अदा की।
राज्य की राजधानी लखनऊ में शाही इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली की अगुवाई में ईदगाह में ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की गई जिसके बाद देश की सीमाओं पर तैनात जवानों की सुरक्षा की दुआ की गई।
एक वीडियो संदेश में मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने शनिवार को कहा, “पूरे देश में एक बहुत अच्छे माहौल में बकरीद मनाई जा रही है। साथ ही इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया द्वारा जारी यह सलाह भी मानने की अपील की गई है कि केवल उन्हीं पशुओं की कुर्बानी दें जिन पर प्रतिबंध नहीं है। कुर्बानी निर्धारित स्थानों पर ही होनी चाहिए।”
उन्होंने कहा कि कुर्बानी के बाद पशु का खून नालियों में नहीं बहाया जाना चाहिए और नगर निगम द्वारा की गई व्यवस्था के मुताबिक ही अपशिष्ट का निस्तारण किया जाना चाहिए।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू, राज्यपाल एस अब्दुल नजीर और युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के प्रमुख वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने शनिवार को मुस्लिम समुदाय के लोगों को बकरीद की शुभकामनाएं दीं।
मुख्यमंत्री नायडू ने कहा, “बकरीद हमें सिखाती है कि त्याग और समर्पण की भावना रखने वाले ही ईश्वरीय कृपा के पात्र होते हैं।”
नायडू ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “हजरत इब्राहिम के बलिदान के प्रतीक के रूप में मनाए जाने वाले बकरीद के अवसर पर सभी मुस्लिम भाइयों और बहनों को ईद मुबारक।”
राज्यपाल ने बकरीद की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह त्योहार इस्लामी आस्था में बहुत महत्व रखता है और इसे विशेष प्रार्थना व बड़ी श्रद्धा के साथ मनाया जाता है।
केरल में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पूरे उत्साह के ईद-उल-अजहा या बकरीद पर्व मनाया और इस दौरान मस्जिदों और ईदगाहों में भारी भीड़ देखी गई।
तिरुवनंतपुरम की प्रसिद्ध पलायम जुमा मस्जिद में नमाज का नेतृत्व करने वाले इमाम वी पी सुहैब मौलवी ने आतंकवादी कृत्यों की कड़ी निंदा की और कहा कि कोई भी धर्म आतंकवाद का समर्थन नहीं करता है।
भाषा
धीरज माधव
माधव