पाली, बाड़मेर और बीकानेर में ब्लैकआउट अलर्ट के चलते रात की शादियां हुईं दिन में, मेहमानों को भेजे गए नए टाइम स्लॉट
भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव के बीच राजस्थान के कई जिलों में देशभक्ति का जज़्बा देखने को मिला। जहां पाली और बाड़मेर के दो परिवारों ने सुरक्षा कारणों से अपनी बच्चों की शादियों का समय बदल दिया, वहीं बीकानेर में भी कई आयोजनों को दिन के समय में शिफ्ट कर दिया गया। रात के फेरे और रिसेप्शन की जगह अब दोपहर की शादियां हो रही हैं, और मेहमानों को वॉट्सऐप और कॉल के ज़रिए नई सूचना दी जा रही है।
पाली: 1500 मेहमानों की जगह, दोपहर 3 बजे फेरों का फैसला
पाली के मेडिकल व्यवसायी प्रवेश बाफना की बेटी नेहा (बैंक मैनेजर) और इंजीनियर आतिश की शादी 9 मई को जोधपुर के गढ़ गोविंद रिसॉर्ट में होनी थी। पहले कार्यक्रम रात 11 बजे फेरों के साथ तय था। लेकिन प्रशासन द्वारा ब्लैकआउट निर्देश मिलने पर दोनों परिवारों ने तुरंत निर्णय लिया और शादी को दोपहर 3 बजे संपन्न कराया।
हालांकि सभी 1500 मेहमान कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके, लेकिन परिवार ने कहा, “देश पहले है, व्यक्तिगत खुशी बाद में।“
बाड़मेर: एक हजार मेहमानों का खाना हुआ बर्बाद, फिर भी परिवार ने लिया देशहित में निर्णय
बाड़मेर में भरत कुमार के भतीजे मनीष की शादी 8 मई को होनी थी। रिसेप्शन का समय रात 8 बजे तय था, लेकिन रेड अलर्ट और ब्लैकआउट एडवाइजरी के चलते समय दोपहर 1 बजे कर दिया गया।
भरत कुमार ने बताया, “एक हजार लोगों का खाना बन चुका था, घर पूरी तरह सजा था, लेकिन देश की सुरक्षा सबसे ऊपर है।”
बीकानेर: हलवाइयों ने बदल दिए लंच-डिनर के मेन्यू
बीकानेर के हलवाई मानजी ने बताया कि जयपुर-जोधपुर बाइपास से लेकर पुरानी गिन्नाणी तक कई शादियों के कार्ड पहले ही बंट चुके थे। लेकिन बदलती परिस्थितियों में अब लंच का इंतजाम किया जा रहा है।
मानजी ने कहा, “300 लोगों के खाने का मेन्यू तक बदलना पड़ा, लेकिन लोग सहयोग कर रहे हैं, यही असली देशभक्ति है।”