सीकर शहर से महज़ आठ किलोमीटर दूर स्थित हर्ष पहाड़ी, जो वर्षों से एक धार्मिक और प्राकृतिक पर्यटन स्थल के रूप में पहचानी जाती रही है, हाल के समय में शराबखोरी और हुड़दंगबाज़ी का अड्डा बन चुकी थी। दूर-दराज़ से आने वाले पर्यटकों से दुर्व्यवहार और असुरक्षा की शिकायतें आम हो चली थीं।
स्थिति को बदलने के लिए सदर थाना पुलिस ने बीते दो दिनों तक एक लक्षित और योजनाबद्ध अभियान चलाया। रात 7 बजे से 9 बजे तक चले इस विशेष अभियान में पुलिस ने न केवल शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों और उत्पातियों पर शिकंजा कसा, बल्कि सड़क सुरक्षा नियम तोड़ने वालों को समझाइश देकर एक मानवीय चेहरा भी प्रस्तुत किया।
अभियान के दौरान अलग-अलग नाकों पर गाड़ियों की गहन जांच की गई। ब्लैक फिल्म हटाने, बाइकों पर तीन सवारी रोकने और खुलेआम शराबखोरी पर सख़्त कार्रवाई की गई। परिणामस्वरूप 15 आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही हुई और 10 वाहन ज़ब्त किए गए।
थाना अधिकारी मरोड़िया के अनुसार, यह कार्रवाई केवल उन्हीं पर केंद्रित थी जो नशे की हालत में वाहन चला रहे थे या पर्यटकों से दुर्व्यवहार कर रहे थे। बाकी पर्यटकों को सिर्फ चेतावनी देकर रवाना किया गया, ताकि धार्मिक स्थल की गरिमा बनी रहे और आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास मज़बूत हो।
हर्ष पहाड़ी का यह ताज़ा अध्याय यह संदेश देता है कि जब प्रशासन संवेदनशीलता के साथ सख़्ती दिखाता है, तो न केवल व्यवस्था बहाल होती है, बल्कि सामाजिक विश्वास भी लौटता है।
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