राजस्थान में रविवार को आयोजित हुई पटवारी परीक्षा से जुड़ा एक बड़ा मामला सामने आया है। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष आलोक राज ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पहली पारी में धौलपुर और उदयपुर में दो अभ्यर्थियों की जानकारी में मिसमैच हुई है।
जांच में सामने आया है कि इन अभ्यर्थियों ने पूर्व में किसी और की जगह डमी कैंडिडेट बनकर परीक्षा दी थी। इस संबंध में सभी जानकारी जांच एजेंसियों को सौंप दी गई है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी गई है। बोर्ड अध्यक्ष आलोक राज ने कहा कि परीक्षा की पारदर्शिता और सख्ती को देखते हुए किसी भी गड़बड़ी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
राजस्थान में रविवार को हुई पटवारी भर्ती परीक्षा की पहली पारी में 88.24% उपस्थिति दर्ज की गई। इस पारी में कुल 3 लाख 38 हजार अभ्यर्थी पंजीकृत थे। परीक्षा की जानकारी राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के चेयरमैन मेजर आलोक राज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर साझा की।
अभ्यर्थियों के मुताबिक, पहली पारी का पेपर औसत रहा। करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान और गणित समेत सभी विषय आसान थे। कुछ अभ्यर्थियों ने बताया कि रीजनिंग विषय का हिस्सा थोड़ा कठिन रहा। हालांकि अभ्यर्थियों ने कहा कि पेपर आसान रहने के कारण कट ऑफ ज्यादा रह सकती है।
प्रदेश में 38 जिलों के 1030 परीक्षा केंद्र
बता दें कि राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से रविवार को पटवारी भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया। इस परीक्षा के जरिए कुल 3705 पदों पर भर्ती की जाएगी। जानकारी के मुताबिक, परीक्षा को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए पूरे प्रदेश में 38 जिलों के 1030 परीक्षा केंद्र बनाए गए।
6 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी रजिस्टर्ड
परीक्षा में कुल 6 लाख 76 हजार अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया था। सबसे अधिक परीक्षा केंद्र जयपुर में बनाए गए, जहां 176 केंद्रों पर करीब 1 लाख 33 हजार अभ्यर्थी पंजीकृत थे। प्रदेशभर में सुरक्षा और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन और परीक्षा एजेंसियों की ओर से विशेष निगरानी की गई।