DNA टेस्ट के डर से रची साजिश, 6 बार हमला नाकाम… 7वीं बार दी गई दर्दनाक मौत
💔 प्यार में अंधी पत्नी बनी कातिल, IB अफसर का अपहरण कर की हत्या
राजस्थान के झालावाड़ में साल 2018 में हुए IB अधिकारी चेतन प्रकाश गलाना हत्याकांड में कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। 7 साल पुराने इस केस में न्यायालय ने चार दोषियों को आजीवन कारावास (14-14 साल) की सजा सुनाई है। हैरानी की बात ये है कि हत्या की साजिश खुद अधिकारी की पत्नी अनीता ने अपने प्रेमी कांस्टेबल प्रवीण राठौर के साथ मिलकर रची थी।
सजा पाए चार आरोपी: पत्नी, प्रेमी और दो सहयोगी
झालावाड़ कोर्ट ने जिन चार आरोपियों को दोषी माना है, उनमें शामिल हैं:
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अनीता (पत्नी)
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प्रवीण राठौर (कांस्टेबल और प्रेमी)
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संतोष निर्मल (नर्सिंग स्टाफ, जिसने केटामाइन इंजेक्शन मुहैया कराया)
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शाहरुख (अपहरण में शामिल सहयोगी)
इन सभी को धारा 302, 364 और 120B के तहत दोषी पाया गया और आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई।
क्या था पूरा मामला: 14 फरवरी की वो रात…
14 फरवरी 2018 को IB अधिकारी चेतन प्रकाश अपने परिजनों से मिलकर झालावाड़ लौट रहे थे। लेकिन रात 8 बजे तक वे घर नहीं पहुंचे। रिश्तेदारों ने तलाश की, तो करीब 8:30 बजे उनका शव भवानीमंडी रोड किनारे मिला। अस्पताल ले जाया गया लेकिन उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

जांच में खुला राज: DNA टेस्ट बना हत्या की वजह
पुलिस जांच में सामने आया कि चेतन को पत्नी अनीता के चरित्र पर शक था। उसे लगता था कि छोटा बेटा उसका नहीं है। वह DNA टेस्ट करवाना चाहता था। इस बात का डर अनीता और उसके प्रेमी प्रवीण को सताने लगा। तब दोनों ने मिलकर चेतन की हत्या की योजना बनाई।
हत्या से पहले 6 बार कोशिशें नाकाम, 7वीं बार कामयाबी मिली
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चेतन प्रकाश पर 6 बार जानलेवा हमले कराए गए, लेकिन वह हर बार बच गए।
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आखिरकार 14 फरवरी 2018 को प्रवीण और उसके साथी रेलवे स्टेशन रोड पर चेतन का इंतजार करते रहे।
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जैसे ही चेतन वहां पहुंचे, उन्हें जबरन कार में बैठाकर डाक बंगले की ओर ले जाया गया।
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रास्ते में प्रवीण ने दो वाइल केटामाइन इंजेक्शन चेतन की जांघ में लगाए।
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कुछ ही देर में चेतन की धड़कनें और ब्लड प्रेशर अनियंत्रित हो गए और उनकी मौत हो गई।
पीड़ित के पिता की मांग: आरोपियों को मिले फांसी की सजा
हालांकि कोर्ट ने चारों आरोपियों को उम्रकैद दी है, लेकिन चेतन के पिता इससे संतुष्ट नहीं हैं। उनका कहना है कि यह क्रूर हत्या है, और सभी दोषियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए।