कुआलालंपुर, 26 मई (एपी) मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने सोमवार को कहा कि दक्षिण पूर्व एशियाई देश अमेरिकी शुल्क से उत्पन्न आर्थिक चुनौतियों और म्यांमा में चार साल से जारी गृहयुद्ध सहित अन्य चुनौतियों से निपटने के लिए एक संयुक्त मोर्चा बनाएंगे।
दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान) के वार्षिक शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए अनवर ने कहा कि वह शुल्क पर चर्चा के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ संयुक्त ब्लॉक बैठक की मांग कर रहे हैं। अधिकारियों को उम्मीद है कि इस साल के अंत में यह बैठक हो पाएगी।
मलेशिया वर्तमान में आसियान की अध्यक्षता कर रहा है।
अनवर ने कहा, ‘‘ आसियान के लिए, हमारी शांति, स्थिरता एवं समृद्धि अकसर एक खुली, समावेशी, नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था पर निर्भर रही है… इन नींवों को अब मनमाने ढंग से कार्रवाई के तहत ध्वस्त किया जा रहा है।’’
उन्होंने कहा कि आसियान के कुछ सदस्य देशों ने द्विपक्षीय वार्ता के साथ-साथ अमेरिकी शुल्क से निपटने में समन्वय के लिए एक कार्यबल का गठन किया है।
आसियान के सदस्यों में सिंगापुर, इंडोनेशिया, मलेशिया, थाईलैंड और फिलीपीन जैसी बड़ी अर्थव्यवस्थाएं शामिल हैं। साथ ही वियतनाम, कंबोडिया, लाओस और म्यांमा जैसी अर्थव्यवस्थाएं भी इसका हिस्सा हैं।
यह क्षेत्र निर्यात के मामले में अमेरिका पर निर्भर है और ट्रंप प्रशासन के शुल्क से प्रभावित हुआ है। अमेरिका ने सिंगापुर पर 10 प्रतिशत से लेकर कंबोडिया पर 49 प्रतिशत तक शुल्क लगाया है।
अमेरिका ने हालांकि अप्रैल में अधिकतर देशों पर लगाए गए शुल्क को 90 दिन के लिए टाल दिया है। इस महीने उसने अपने प्रमुख प्रतिद्वंद्वी चीन के साथ भी इसी तरह का समझौता किया, जिससे व्यापार युद्ध की आशंका कम हुई है।
अनवर ने कहा कि मंगलवार को चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग और खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के साथ आसियान नेताओं की बैठक होगी। यह पहली ऐसी त्रिपक्षीय बैठक है। इसमें नए सहयोग को बढ़ावा दिया जाएगा जो आसियान की अर्थव्यवस्था को बचाने में मददगार होगा। जीसीसी में बहरीन, कुवैत, ओमान, कतर, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं।
मलेशिया के प्रधानमंत्री ने कहा कि शिखर सम्मेलन में ब्लॉक अपने आर्थिक एवं सामाजिक एकीकरण को गहरा करने के लिए एक नया 20-वर्षीय दृष्टिकोण भी प्रस्तुत करेगा।
एपी निहारिका मनीषा
मनीषा