नयी दिल्ली, 26 मई (भाषा) जेप्टो के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) आदित पलीचा ने एक प्रतिस्पर्धी कंपनी के मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) पर उनके त्वरित वाणिज्य मंच के खिलाफ दुष्प्रचार करने का आरोप लगाया है।
पेशेवर मंच ‘लिंक्डइन’ पर रविवार देर रात पलीचा ने बिना किसी का नाम लिए लिखा कि जेप्टो की एक प्रतिस्पर्धी कंपनी के मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ), जेप्टो के निवेशकों से निराधार दावे कर रहे हैं, पत्रकारों को गलत वित्तीय आंकड़े दे रहे हैं तथा सोशल मीडिया पर जेप्टो के बारे में नकारात्मक बातें फैलाने के लिए ‘बॉट’ का इस्तेमाल कर रहे हैं।
‘बॉट’ स्वचालित सॉफ्टवेयर प्रोग्राम होते हैं जिन्हें नेटवर्क पर विशिष्ट कार्य करने के लिए तैयार किया जाता है। इनका उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है जिसमें सहायक एवं दुर्भावनापूर्ण दोनों गतिविधियां शामिल हैं।
पलीचा ने लिखा, ‘‘ पिछले कुछ दिन से हमारे एक प्रतिस्पर्धी के सीएफओ, जेप्टो के विरुद्ध एक बदनामी भरा अभियान चलाने का प्रयास कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ स्पष्ट रूप से, यह प्रकरण एक उच्च गुणवत्ता वाली कंपनी के सीएफओ से अपेक्षित स्तर से नीचे है और यह स्पष्ट करता है कि वे इस बात से घबरा रहे हैं कि जेप्टो की कर पूर्व आय (ईबीआईटीडीए) कितनी तेजी से सुधार हो रहा है।’’
पलीचा ने जेप्टो की वित्तीय क्षमताएं बताने के लिए कुछ आंकड़े साझा किए और लिखा कि कंपनी का सकल ऑर्डर मूल्य (जीओवी) मई, 2024 के लगभग 750 करोड़ रुपये प्रति माह से बढ़कर मई, 2025 में 2,400 करोड़ रुपये प्रति माह हो गया है। कंपनी की जीओवी की परिभाषा में बिक्री मूल्य पर फल व सब्जियों के अलावा विज्ञापन राजस्व भी शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि जेप्टो ने जनवरी से मई, 2025 तक कर पूर्व आय में 20 प्रतिशत का सुधार दर्ज किया जबकि इसी अवधि के दौरान नकदी की खपत में लगभग 65 प्रतिशत की कमी आई है।
पलीचा ने कहा, ‘‘मैं उम्मीद करता हूं कि यह सीएफओ इन गतिविधियों को बंद कर देगा। मुझे स्वस्थ/आक्रामक प्रतिस्पर्धी बातचीत से कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन झूठ स्वीकार्य नहीं है। सच कहूं तो, आपके ये कदम निवेशकों को यह स्पष्ट कर रहे हैं कि हम एक मजबूत प्रतिस्पर्धी हैं।’’
सूत्रों ने हाल ही में ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया था कि जेप्टो ने दिल्ली और उसके आसपास के कुछ इलाकों में 40 जेप्टो कैफे में परिचालन अस्थायी रूप से बंद कर दिया है क्योंकि यह बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अपनी आपूर्ति श्रृंखला को समायोजित कर रही है।
सूत्रों ने बताया था कि सितंबर तक इन कैफे का परिचालन बंद रहने की आशंका है जब तक कि कंपनी अपनी आपूर्ति श्रृंखला चुनौतियों का समाधान न कर ले।
भाषा निहारिका अजय
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