जयपुर, 26 मई (भाषा) कांग्रेस ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत-पाकिस्तान संघर्ष को व्यापार के जरिए रुकवाने के बार-बार के दावों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चुप्पी पर सोमवार को सवाल उठाया।
कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री मोदी के उस हालिया बयान पर कटाक्ष किया जिसमें उन्होंने बीकानेर में कहा था कि उनकी (मोदी की) ‘नसों में गर्म सिंदूर बहता है।’
सुरजेवाला ने सवाल किया, “अगर आपके रगों में सिंदूर दौड़ता है तो व्यापार के आधार पर फैसला कैसे हो सकता है। इसका जवाब हिंदुस्तान की जनता मांग रही है।”
वह सीमावर्ती बाड़मेर में आयोजित ‘जय हिंद सभा’ को संबोधित कर रहे थे। कांग्रेस की ओर से इसका आयोजन भारतीय रक्षा बलों के सम्मान में किया गया था। सशस्त्र बलों ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद इस महीने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया था।
रैली में कांग्रेस नेताओं ने राष्ट्रीय सुरक्षा, सेना भर्ती और विदेश नीति को लेकर केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार पर निशाना साधा और चिंता भी जताई।
सुरजेवाला ने दावा किया कि जब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारतीय सशस्त्र बलों को महत्वपूर्ण बढ़त हासिल थी और पाकिस्तान का मनोबल टूट रहा था तब अमेरिका ने हस्तक्षेप किया और ‘संघर्ष विराम’ करवाया।
कांग्रेस नेता ने कहा कि यह भारत के हितों के लिए हानिकारक था।
उन्होंने पूछा, ‘प्रधानमंत्री ने अमेरिका के खिलाफ क्यों नहीं बोला या स्थिति में उसकी भूमिका स्पष्ट क्यों नहीं की?’
सुरजेवाला ने कहा कि इंदिरा गांधी ने 1971 के युद्ध के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन से भिड़ने की ताकत दिखाई थी। उन्होंने पूछा कि मोदी ने ट्रंप के खिलाफ ऐसा क्यों नहीं किया।
कांग्रेस नेता ने खुफिया जानकारी से निपटने के सरकार के तरीके पर भी सवाल उठाए। सुरजेवाला ने कहा कि 22 अप्रैल के आतंकवादी हमले से पहले, पहलगाम में जमीन की सैटेलाइट तस्वीरें ली गईं और उन्हें उस कंपनी को बेच दिया गया जिसमें पाकिस्तान की हिस्सेदारी थी।
उन्होंने पूछा कि भारतीय खुफिया एजेंसियों और सरकार को इसकी जानकारी क्यों नहीं थी और संभावित खतरे को रोकने के लिए कदम क्यों नहीं उठाए गए?
सुरजेवाला ने सवाल किया, ‘यदि पहलगाम में गृहमंत्री अमित शाह सुरक्षा लगा देते तो यह हमला नहीं होता, लोगों की जान बच सकती थी।”
उन्होंने कहा, “मोदी और भाजपा चाहती है कि राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी यह सवाल न पूछें। यह सवाल तो पूछना ही पड़ेगा कि आखिर वह कौन सी गलती थी जिसकी वजह से पहलगाम में हमला हुआ? इसके लिए कौन जिम्मेदार है? अगर सरकार ने गलती की है और अगर सवाल प्रधानमंत्री से नहीं पूछा जाना चाहिए तो फिर किससे पूछा जाना चाहिए?’
कांग्रेस नेता ने कहा कि सवाल करना राष्ट्र धर्म है, राष्ट्र के हित में है।
उन्होंने कहा, “यह पूछना आवश्यक है कि जब पाकिस्तान हमारे देश में आतंकवादी भेज रहा था और हमारी सेना पाकिस्तान से लड़ रही थी तो पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से पैसा कैसे मिल गया? वे पैसे लेकर हमारे खिलाफ इसका इस्तेमाल करेंगे। हमारी सरकार क्या कर रही है? क्या हमारे प्रधानमंत्री को कार्रवाई नहीं करनी चाहिए?’
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि ये प्रश्न रक्षा बलों के हित में और उन्हें मजबूत करने के लिए पूछे जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सशस्त्र बलों में दो लाख से अधिक रिक्तियां हैं और 50,000 अधिकारियों की कमी है, लेकिन इस बात का कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया गया है कि ये महत्वपूर्ण पद रिक्त क्यों हैं।
सुरजेवाला ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने माउंटेन स्ट्राइक फोर्स की स्थापना की थी, लेकिन एक दशक से अधिक समय से इसमें कोई भर्ती नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना भी विमानों और स्क्वाड्रन की कमी से जूझ रही है।
उन्होंने कहा कि सर्वदलीय बैठक के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि सरकार को पहलगाम मैदान के पर्यटकों के लिए खोले जाने की जानकारी नहीं थी, जबकि सैन्य अधिकारियों और स्थानीय प्रशासन ने कहा है कि यह खुला रहेगा।
उन्होंने कहा कि गृह मंत्री को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या उन्होंने सर्वदलीय बैठक में झूठ बोला था।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने संघर्ष विराम में अमेरिका की भूमिका पर बात नहीं की है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और अन्य नेताओं ने भी रैली को संबोधित किया।
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