बेंगलुरु, 27 मई (भाषा) कर्नाटक सरकार ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर अनिल कुंबले को वन और वन्यजीव राजदूत के रूप में नामित करने का फैसला किया है। वन, जीवविज्ञान और पर्यावरण मंत्री ईश्वर बी. खांड्रे ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए खांड्रे ने कहा कि कर्नाटक वन्यजीव बोर्ड के उपाध्यक्ष रह चुके अनिल कुंबले विश्व प्रसिद्ध हैं और वह वन संरक्षण, वन विकास और वन्यजीव संरक्षण के बारे में जनता के बीच जागरूकता पैदा करने में मदद करेंगे।
खांड्रे ने कहा, ‘अनिल कुंबले को वन्यजीवों की बहुत चिंता है। उन्हें जंगलों से बहुत प्यार है। इसलिए, वह बिना किसी पारिश्रमिक के राजदूत बनने के लिए सहमत हो गए हैं।’
मंगलवार को वन मंत्री के रूप में उनके दो वर्ष पूरे होने पर खांड्रे ने अपनी उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं की एक झलक भी साझा की।
खांड्रे ने कहा कि पिछले दो वर्षों में लगभग 8,848 वन महोत्सव आयोजित किए गए हैं और वन क्षेत्रों, सड़कों के किनारे तथा सरकारी भूमि पर लगभग साढ़े आठ करोड़ पौधे लगाए गए हैं तथा उनकी देखभाल की गई है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2023-24 और 2024-25 में कुल 1,20,975 हेक्टेयर वृक्षारोपण, 25 नये वृक्षारोपण स्थल और 35 वन विकसित किये गये हैं।
खांड्रे ने यह भी कहा कि पिछले दो वर्षों में किसानों को उनके अपने खेतों और अन्य स्थानों पर लगाने के लिए कुल 3.70 करोड़ पौधे वितरित किए गए हैं।
मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने येलहांका के निकट मडप्पनहल्ली में 153 एकड़ भूमि पर एक और बड़ा पार्क बनाने का निर्णय लिया है।
खांड्रे ने कहा, ‘बेंगलुरु में लालबाग का निर्माण हैदर अली के समय हुआ था, जबकि कब्बन पार्क ब्रिटिश शासन में बना था। एक सदी बाद भी बेंगलुरू में दूसरा बड़ा पार्क नहीं बना है। इसलिए मेरे वन मंत्री बनने के बाद, 153 एकड़ जमीन जो नीलगिरि उगाने के लिए कर्नाटक वन विकास निगम को दी गई थी, उसे दो जून को वन विभाग वापस ले लेगा और वहां एक पार्क बनाया जाएगा।’
मंत्री ने चिंता जताई कि बेंगलुरु की वन भूमि दशकों से अतिक्रमित हो रही है और पिछले दो वर्षों में 128 एकड़ अतिक्रमित वन भूमि को मुक्त कराया गया है।
भाषा योगेश नरेश
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