नयी दिल्ली, 27 मई (भाषा) दिल्ली की सत्ता पर लगभग 27 साल बाद फिर से कब्जा जमाने वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने वर्ष 2025 में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में कुल 57.65 करोड़ रुपये खर्च किये, जबकि 10 साल के शासन के बाद सत्ता से बेदखल हुई आम आदमी पार्टी (आप) ने चुनाव के दौरान 14.51 करोड़ रुपये खर्च किये। राजनीतिक दलों की ओर से निर्वाचन आयोग (ईसी)को उपलब्ध कराए गए उनके चुनावी खर्च संबंधी ब्योरे से यह जानकारी मिली।
दिल्ली में लगातार दूसरी बार एक भी सीट नहीं जीतने वाली कांग्रेस ने इस साल जनवरी-फरवरी में हुए विधानसभा चुनाव में कुल 46.19 करोड़ रुपये खर्च किए।
भाजपा ने 48 सीट पर विजय हासिल करके चुनाव जीत लिया, जबकि आम आदमी पार्टी (आप) को दिल्ली विधानसभा की कुल 70 सीट में से केवल 22 सीट पर जीत मिली। चुनाव की घोषणा सात जनवरी, 2025 को की गई थी और चुनाव प्रक्रिया आठ फरवरी को समाप्त हुई।
कानून के तहत निर्वाचन आयोग को सौंपी गई भाजपा की व्यय रिपोर्ट के मुताबिक, पार्टी के केंद्रीय मुख्यालय को चुनाव प्रक्रिया के दौरान 87.79 करोड़ रुपये प्राप्त हुए।
भाजपा द्वारा खर्च किए गए कुल 57.65 करोड़ रुपये में से कुल 39.15 करोड़ रुपये पार्टी के प्रचार पर और 18.51 करोड़ रुपये पार्टी उम्मीदवारों पर खर्च किये गए।
दिल्ली में विधानसभा चुनाव के दौरान आप को कुल 16.10 करोड़ रुपये प्राप्त हुए।
कांग्रेस ने कुल 46.19 करोड़ रुपये खर्च किए, जिसमें से 40.13 करोड़ रुपये पार्टी ने प्रचार पर सामान्य व्यय के रूप में और 6.06 करोड़ रुपये पार्टी उम्मीदवारों पर खर्च किये।
भाषा
संतोष दिलीप
दिलीप