ओटावा, 27 मई (एपी) ब्रिटेन के महाराजा चार्ल्स तृतीय ने मंगलवार को कनाडाई संसद में अपने संबोधन के दौरान कहा कि कनाडा एक ऐसी दुनिया में अभूतपूर्व चुनौतियों का सामना कर रहा है जो पहले कभी इतनी खतरनाक नहीं रही।
चार्ल्स की इस टिप्पणी को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कनाडा के विलय की धमकियों के मद्देनजर उनके समर्थन के रूप में देखा जा रहा है।
ट्रंप द्वारा बार-बार यह कहे जाने पर कि अमेरिका को कनाडा को अपने में मिला लेना चाहिए, कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने चार्ल्स को संसद के नए सत्र के लिए अपनी सरकार की प्राथमिकताओं को रेखांकित करते हुए संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया।
महाराजा कनाडा में राज्य के प्रमुख होते हैं, जो पूर्व उपनिवेशों के ब्रिटिश राष्ट्रमंडल का सदस्य है।
चार्ल्स ने कहा, ‘‘हमें वास्तविकता का सामना करना होगा। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से, हमारी दुनिया कभी भी इतनी खतरनाक और अस्थिर नहीं रही। कनाडा ऐसी चुनौतियों का सामना कर रहा है, जो हमारे जीवनकाल में अभूतपूर्व हैं।’’
उन्होंने कहा कि कई कनाडाई लोग अपने आसपास की दुनिया में हो रहे व्यापक परिवर्तन को लेकर चिंतित हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं हमेशा से कनाडा की विशिष्ट पहचान का प्रशंसक रहा हूं, जिसे राष्ट्रीय मूल्यों की रक्षा में बहादुरी एवं बलिदान तथा कनाडाई लोगों की विविधता एवं करुणा भाव के लिए दुनिया भर में पहचाना जाता है।’’
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शफीक माधव
माधव