इंफाल, 27 मई (भाषा) मणिपुर के इंफाल पूर्वी जिले में पिछले हफ्ते, एक सरकारी बस पर लिखे राज्य के नाम को ढकने के विरोध में मेइती समूहों के संगठन ‘कॉर्डिनेटिंग कमेटी ऑन मणिपुर इंटेग्रिटी’ (कोकोमी) की छात्र इकाई ने यहां दो केंद्रीय कार्यालयों में ताला लगा दिया।
कोकोमी कार्यकर्ता लाम्फेलपट स्थित मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में घुस गए और कर्मचारियों से भवन छोड़ने को कहा तथा मुख्य द्वार पर ताला लगा दिया।
कार्यकर्ताओं ने कुछ किलोमीटर दूर स्थित भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के कार्यालय पर भी ताला जड़ दिया तथा राज्यपाल के खिलाफ ‘माफी मांगो या मणिपुर छोड़ो’ जैसे नारे लगाए।
इंफाल पूर्वी जिले के लामलोंग में, सैकड़ों लोगों ने ‘‘मणिपुर को विघटित करने’’ के प्रयासों के खिलाफ नारे लगाते हुए मार्च निकाला।
उपायुक्त कार्यालय की ओर जा रहे इस मार्च को सुरक्षा बलों ने पोरोमपात चौराहे पर रोक दिया।
इंफाल पश्चिम जिले में सिंगजामेई से लिलोंग तक 5 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बनाई गई।
बिष्णुपुर जिले के नाम्बोल और बिष्णुपुर शहर में भी इसी तरह के विरोध प्रदर्शन किए गए।
कोकोमी, इंफाल पूर्वी जिले के ग्वालताबी में हुई घटना पर राज्यपाल अजय कुमार भल्ला से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने तथा मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और सुरक्षा सलाहकार के इस्तीफे की मांग कर रही है।
यह आरोप लगाया गया है कि सुरक्षा बलों ने एक सरकारी बस को, जिसमें सरकार 20 मई को उखरूल जिले में शिरुई लिली उत्सव को कवर करने के लिए पत्रकारों को ले जा रही थी, ग्वालताबी चौकी के पास रोक लिया था। साथ ही, सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय (डीआईपीआर) के कर्मचारियों को बस के शीशे पर लिखे राज्य के नाम को कागज से ढकने के लिए मजबूर किया था।
भाषा सुभाष माधव
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