मंगलुरु (कर्नाटक), 28 मई (भाषा) बंटवाल के पास कोलाथमाजालु में 35 वर्षीय युवक की हत्या के बाद बुधवार को दक्षिण कन्नड़ जिले के कुछ हिस्सों में तनाव जारी है।
इस घटना ने सांप्रदायिक तनाव जैसे हालात पैदा कर दिए हैं जिसके चलते अधिकारियों ने शांति बनाए रखने के लिए कई तालुकों में निषेधाज्ञा लागू कर दी है।
अब्दुल रहीम की मंगलवार को हमलावरों के एक समूह ने कथित तौर पर उस समय हत्या कर दी जब वह इरा कोडी के पास एक निर्माण स्थल पर पिकअप वाहन से रेत उतार रहा था।
पुलिस ने बताया कि तलवार के हमले में घायल हुए एक अन्य व्यक्ति का अस्पताल में उपचार किया जा रहा है।
रहीम की मौत के बाद से व्यापक आक्रोश फैल गया है। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने दावा किया है कि यह हत्या हिंदू कार्यकर्ता सुहास शेट्टी की हत्या का बदला लेने के लिए की गई।
रहीम के शव को पोस्टमार्टम के लिए येनेपोया अस्पताल ले जाने से पहले मंगलवार शाम को मंगलुरु के हाईलैंड अस्पताल के पास भीड़ जमा हो गई।
जिला अधिकारियों ने अब भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 लागू कर दी है, जिसके तहत बंटवाल, पुत्तूर, बेलथांगडी, सुलिया और कडाबा तालुकों में 30 मई शाम छह बजे तक बड़ी सभाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
मंगलुरु सिटी कमिश्नरेट क्षेत्राधिकार के तहत मंगलुरु तालुक में अलग से निषेधाज्ञा भी जारी की गई है।
समुदाय के नेताओं ने आरोप लगाया है कि रहीम की हत्या पूर्व नियोजित थी और नफरत भरे भाषण से प्रेरित थी।
मंगलवार को येनेपोया अस्पताल के बाहर मीडिया को संबोधित करते हुए एसडीपीआई के जिला अध्यक्ष अनवर ने दावा किया, ‘‘रहीम एक मेहनती युवक था जो किसी राजनीतिक संगठन से जुड़ा नहीं था और उसे काम के बहाने निर्माण स्थल पर बुलाया गया और फिर दक्षिणपंथी समूहों से जुड़े एक गिरोह ने मार डाला।’’
अनवर ने इस माह की शुरुआत में शेट्टी की हत्या के बाद सोशल मीडिया मंच पर पोस्ट की गई पिछली धमकियों का भी हवाला दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘मुसलमानों को खुली धमकी देने वालों के खिलाफ 45 प्राथमिकी दर्ज होने के बावजूद गिरफ्तारियां बहुत कम हैं।’’ उन्होंने हत्या की जांच करने और इसमें संलिप्त सभी लोगों को पकड़ने के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन की मांग की।
दोनों पक्षों की ओर से न्याय की मांग तेज होती जा रही है और अधिकारी हाई अलर्ट पर हैं।
जिला अधिकारियों ने नागरिकों से जांच के दौरान शांति बनाए रखने का आग्रह किया है।
दक्षिण कन्नड़ के संवेदनशील क्षेत्रों में भारी पुलिस बल तैनात है, तथा आवाजाही पर नजर रखने और अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए चौकियां स्थापित की गई हैं।
भाषा खारी नरेश
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