नयी दिल्ली, 28 मई (भाषा) भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के सांसद पी. संदोष कुमार ने सभी राजनीतिक दलों को पत्र लिखकर इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने में उनका समर्थन मांगा है।
दिल्ली में न्यायमूर्ति वर्मा के आवास से जली हुई नकदी मिलने के बाद उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त जांच समिति ने उन्हें आरोपित किया है।
भाकपा के संसदीय दल द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, कुमार ने सभी राजनीतिक दलों के अध्यक्षों को पत्र लिखा है।
कुमार ने अपने पत्र में कहा, ‘‘यदि ये आरोप सही साबित होते हैं तो ये न केवल जनता के साथ घोर विश्वासघात है, बल्कि हमारी न्यायिक संस्थाओं की निष्ठा पर भी गंभीर आघात है।’’
कुमार ने सभी दलों से दलीय भावना से ऊपर उठकर भारत की न्यायपालिका की विश्वसनीयता की रक्षा के लिए संवैधानिक जिम्मेदारी का निर्वहन करने का आग्रह किया।
उन्होंने न्यायपालिका को अधिक जवाबदेह, समावेशी और समाज का प्रतिनिधित्व करने वाली बनाने के लिए ‘‘राष्ट्रव्यापी राजनीतिक संवाद’’ का भी आह्वान किया।
कुमार ने कहा कि न्यायपालिका अपनी नियुक्तियों में अभी भी अपारदर्शी बनी हुई है।
न्यायमूर्ति वर्मा ने खुद को निर्दोष बताया है और अपने आवास में आग लगने के बाद मिली नकदी से किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया है।
भाषा शफीक पवनेश
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