वियना, 28 मई (एपी) संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी एजेंसी के प्रमुख राफेल मारियानो ग्रॉसी ने बुधवार को कहा कि ईरान के तेजी से बढ़ते परमाणु कार्यक्रम को लेकर इस्लामिक गणराज्य और अमेरिका के बीच वार्ता पर अब भी फैसला नहीं हुआ है। हालांकि, उन्होंने जारी वार्ता को इस दिशा में एक अच्छा संकेत बताया।
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के महानिदेशक ग्रॉसी ने वियना में एजेंसी की एक सप्ताह तक चलने वाली संगोष्ठी में हिस्सा लेने वाले संवाददाताओं के समक्ष यह टिप्पणी की।
ग्रॉसी ने बताया कि वह लगभग प्रतिदिन ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची के साथ बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह अमेरिका द्वारा पश्चिम एशिया के लिए तैनात दूत स्टीव विटकॉफ से भी बात कर रहे हैं।
ग्रॉसी ने स्वीकार किया कि बुधवार को उनका एक प्रतिनिधि ईरान की राजधानी तेहरान में था। ईरानी अधिकारियों ने उस अधिकारी की पहचान आईएईए की सुरक्षा शाखा के प्रमुख मास्सिमो अपारो के रूप में की है।
यह वही शाखा है जो ईरान में उसके कार्यक्रम की निगरानी के लिए निरीक्षकों को भेजता है, जो अब यूरेनियम को 60 प्रतिशत शुद्धता तक संवर्धित कर सकता है, जो कि हथियार बनाने के लिए जरूरी 90 प्रतिशत शुद्धता के साथ संवर्धित करने की दिशा में तकनीकी कदम है।
ग्रॉसी ने कहा, ‘‘फिलहाल, अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है। हमें नहीं पता कि कोई समझौता होगा या नहीं।’’
हालांकि, उन्होंने बताया कि चल रही बैठकें अच्छा संकेत हैं।
ग्रॉसी ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह किसी समझौते पर पहुंचने की इच्छा का संकेत है। मुझे लगता है कि यह अपने आप में संभव है।’’
ईरान और अमेरिका ने अब तक मस्कट, ओमान और रोम में ओमानी विदेश मंत्री बद्र अल-बुसैदी की मध्यस्थता में पांच दौर की वार्ता की है। छठे दौर की वार्ता अभी तय नहीं है।
इस वार्ता का उद्देश्य ईरान के परमाणु कार्यक्रम को सीमित करना है, जिसके बदले में अमेरिका द्वारा इस्लामी गणराज्य पर लगाए गए कुछ कठोर आर्थिक प्रतिबंधों को हटाया जाएगा। इससे दोनों देशों के बीच आधी सदी से चली आ रही दुश्मनी समाप्त होने की उम्मीद है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बार-बार धमकी दी है कि अगर कोई समझौता नहीं हुआ तो वे ईरान के कार्यक्रम को निशाना बनाकर हवाई हमले करेंगे। ईरानी अधिकारियों ने बार-बार चेतावनी दी है कि वे यूरेनियम के भंडार के साथ एक परमाणु हथियार बना सकते हैं।
ट्रंप ने कहा है कि ईरान के पास समझौते पर पहुंचने के लिए अमेरिका का प्रस्ताव है। हालांकि, ईरान ने बार-बार इस तरह के प्रस्ताव मिलने से इनकार किया है। ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन के प्रमुख मोहम्मद इस्लामी ने बुधवार को भी ऐसे किसी प्रस्ताव से इनकार किया।
इस्लामी ने हालांकि कहा कि यदि समझौता होता है तो ईरान आईएईए को निरीक्षण के दौरान अपनी टीम में अमेरिकी निरीक्षकों को शामिल करने की अनुमति दे सकता है।
आईएईए द्वारा 2023में जारी रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रीयता के आधार पर उसके कर्मचारियों में सबसे बड़ी संख्या अमेरिकी नागरिकों की है।
ईरानी अधिकारी लगातार चेतावनी दे रहे हैं कि वे अपने यूरेनियम भंडार को हथियार के स्तर तक संवर्धित करके परमाणु हथियार बनाने की कोशिश कर सकते हैं।
ग्रॉसी द्वारा वियना में दिये गए बयान से पहले, ईरान के अर्द्धसैनिक बल रिवोल्यूशनरी गार्ड के प्रमुख ने वार्ता जारी रहने के दौरान अमेरिका को एक नई चेतावनी जारी की।
जनरल हुसैन सलामी ने चेतावनी देते हुए कहा, ‘‘हमारी उंगलियां ट्रिगर पर हैं, हम घात लगाए बैठे हैं और इंतजार कर रहे हैं। अगर वे कोई गलती करते हैं, तो उन्हें तुरंत जवाब मिलेगा जिससे वे अपना अतीत पूरी तरह भूल जाएंगे।’’
ग्रॉसी ने कहा कि तनाव के बावजूद उनका मानना है कि अमेरिकियों और ईरानियों के बीच समझौते पर पहुंचने का ‘‘हमेशा कोई न कोई रास्ता होता है’’ – भले ही संवर्धन पर असहमति हो। उन्होंने कहा कि आईएईए ईरानियों और अमेरिकियों दोनों को कुछ ‘सुझाव’ दे रहा है, लेकिन उन्होंने विस्तार से नहीं बताया।
एपी धीरज वैभव
वैभव