तिरुवनंतपुरम, 28 मार्च (भाषा) अभिनेता-नेता कमल हासन ने बुधवार को स्पष्ट किया कि कन्नड़ पर उनकी टिप्पणी प्यार से प्रेरित थी और ‘‘प्रेम कभी माफी नहीं मांगता।’’
हासन ने हाल में कहा था कि ‘तमिल से कन्नड़ भाषा का जन्म हुआ।’ उनकी इस टिप्पणी पर कर्नाटक में कन्नड़ संगठनों ने आपत्ति जताई और उनसे माफी मांगने तथा अन्यथा उनकी आगामी फिल्म ‘‘ठग लाइफ’’ की रिलीज रोकने की चेतावनी दी है।
हासन ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जिन लोगों ने उनके बयानों पर विवाद खड़ा किया, वे ‘‘मुद्दे को उलझा रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि मैंने जो कहा, वह बहुत प्यार से कहा। इतिहासकारों ने मुझे भाषा का इतिहास सिखाया है…मेरा कुछ और मतलब नहीं था।’’
उन्होंने यह भी कहा कि तमिलनाडु ऐसा अनोखा राज्य है जो किसी के लिए भी खुला है।
हासन ने कहा, ‘‘मैं आपको बता दूं, तमिलनाडु हर किसी के लिए खुला है। मैं यह नहीं कहता कि ऐसा कोई दूसरा राज्य नहीं है। लेकिन यह बहुत ही खास राज्य है जहां मेनन (एमजी रामचंद्रन)…रेड्डी (ओमांदुर रामासामी रेड्डीयार) हमारे मुख्यमंत्री रहे हैं, तमिलियन (एम करुणानिधि) हमारे मुख्यमंत्री रहे हैं और फिर मांड्या से कन्नड़ अयंगर हमारी मुख्यमंत्री रही हैं।’’
कन्नड़ अयंगर का संदर्भ दिवंगत जयललिता से था।
हासन ने कहा, ‘‘जब कर्नाटक से आने वाली मुख्यमंत्री (जयललिता) से कोई समस्या आई, तो कर्नाटक ने ही मुझे समर्थन दिया। कन्नड़ लोगों ने कहा कि यहां आओ, हम तुम्हें घर देंगे, कहीं मत जाओ। इसलिए लोग ‘ठग लाइफ’, कमल हासन का ख्याल रखेंगे…।’’
हासन ने कहा कि उनके समेत तमाम राजनीतिक नेता भाषाओं के बारे में बात करने के योग्य नहीं हैं, क्योंकि उनके पास ‘‘इसके बारे में बात करने के लिए पर्याप्त जानकारी नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए हम इस गहन चर्चा को इतिहासकारों, पुरातत्वविदों और भाषा विशेषज्ञों पर छोड़ देते हैं।’’
अभिनेता ने कहा कि भाषा के बारे में उन्होंने जो बयान दिया वह प्रेम से प्रेरित था और ‘‘हम एक परिवार हैं और भाषाएं भी एक परिवार हैं।’’
हासन ने कहा, ‘‘अगर आप इसे उत्तरी दृष्टिकोण से देखें, तो उनके अनुसार यह सही है, अगर आप इसे थेनकुमारी (दक्षिण) से देखें, तो मैं जो कहता हूं वह सही है। इसका एक तीसरा पहलू भी है-विद्वान, भाषा विशेषज्ञ…।’’
कर्नाटक से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सहित अन्य संगठनों की ओर से माफी मांगे जाने की मांग पर उन्होंने कहा, ‘‘यह कोई जवाब या स्पष्टीकरण नहीं है। प्रेम कभी माफी नहीं मांगता।’’
भाषा आशीष पवनेश
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