इंफाल, 28 मई (भाषा) मणिपुर प्रशासन ने बुधवार को उन आरोपों से इनकार किया कि हाल ही में उखरुल में शिरुई महोत्सव के दौरान राज्य सड़क परिवहन की बस से राज्य का नाम जानबूझकर ढका गया था। प्रशासन ने कहा कि ऐसी कार्रवाई का न तो कोई निर्देश था और न ही दूर-दूर तक विचार था।
प्रशासन ने एक बयान में कहा कि उखरुल में आयोजित शिरुई महोत्सव में राज्य भर से लगभग 1.70 लाख पर्यटक आए, जिसका श्रेय प्रशासन को जाता है, जिसने इस आयोजन के लिए पूर्ण सुरक्षा और शांतिपूर्ण माहौल सुनिश्चित किया।
इसमें कहा गया है, ‘‘हालांकि, 20 मई को एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी, जब शिरुई महोत्सव के लिए पत्रकारों को ले जा रही एक बस को रोका गया और कथित तौर पर राज्य का नाम ढक दिया गया, जिसकी व्यापक आलोचना हुई।’’
बयान में कहा गया है, ‘‘राज्य के नाम को ढकने के बारे में कोई निर्देश या दूर-दूर तक विचार नहीं किया गया था, जैसा कि आरोप लगाया गया है। यह राज्य सरकार के साथ-साथ जिम्मेदार राजनीतिक नेतृत्व द्वारा भी स्पष्ट किया जा चुका है। जमीनी स्तर पर क्या हुआ, यह पूरी जांच के बाद ही पता चलेगा।’’
बयान में कहा गया कि राज्य प्रशासन ने इस अप्रिय घटना को अत्यंत गंभीरता से लिया है तथा इस पर गहरा खेद व्यक्त करता है।
मामले की जांच के लिए राज्यपाल ने आयुक्त (गृह) और सचिव (आईटी) की सदस्यता वाली एक जांच समिति गठित की है, जिसे निर्धारित समय सीमा के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है।
इसमें कहा गया है, ‘‘हम सभी संबंधित पक्षों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि एक बार रिपोर्ट प्रस्तुत हो जाने और चूक के लिए जिम्मेदार लोगों, यदि कोई हो, की पहचान हो जाने पर, सख्त कार्रवाई की जाएगी।’’
इसमें यह भी कहा गया है, ‘‘राज्य यह भी सुनिश्चित करेगा कि भविष्य में ऐसी घटना न घटे।’’
भाषा अमित पवनेश
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