(तस्वीर के साथ)
कडपा (आंध्र प्रदेश), 28 मई (भाषा)आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार को स्पष्ट किया कि उन्होंने केंद्र से हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को कर्नाटक से उनके राज्य में स्थानांतरित करने का कभी प्रस्ताव नहीं रखा था।
नायडू ने तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा)की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि न तो उनका और न ही उनकी पार्टी का कभी भी एचएएल को पड़ोसी राज्य से आंध्र प्रदेश में स्थानांतरित करने का इरादा था।
उन्होंने कहा, ‘‘कर्नाटक में कुछ लोग कहते हैं कि मैंने (केंद्र से) एचएएल को बेंगलुरु से स्थानांतरित करने का अनुरोध किया था। मैं कभी भी ऐसी गतिविधियों में शामिल नहीं रहा। यह मेरा इतिहास नहीं है। तेलुगु देशम पार्टी का कभी यह इरादा नहीं रहा कि वह अन्य राज्यों से परियोजनाएं हासिल करे और इस तरह अपनी छवि खराब करे।’’
नायडू ने कहा कि अनंतपुर जिले का लेपाक्षी क्षेत्र एयरोस्पेस उद्योग के लिए उपयुक्त है, जिसमें नागरिक और रक्षा दोनों प्रकार के विमान निर्माण शामिल हैं।
नायडू द्वारा केंद्र से एचएएल के कुछ संयंत्रों को आंध्र प्रदेश में स्थानांतरित करने का अनुरोध करने संबंधी खबरों का हवाला देते हुए कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने मंगलवार को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के कथित अनुरोध पर अपने राज्य के केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों की ‘‘चुप्पी’’ पर सवाल उठाया।
शिवकुमार ने कहा कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार राज्य में स्थित किसी भी नवरत्न कंपनी या संबंधित इकाई को नहीं जाने देगी।
नायडू ने कहा कि उन्होंने केंद्र से आंध्र प्रदेश में रक्षा विनिर्माण के लिए पांच केंद्र स्थापित करने का अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने केंद्र सरकार से अनुरोध किया है कि विशाखापत्तनम को ‘‘नौसेना केंद्र’’ के रूप में विकसित किया जाए।
भाषा धीरज माधव
माधव