इस्लामाबाद, 28 मई (भाषा) पाकिस्तान, तुर्किये और अजरबैजान के नेताओं ने बुधवार को पारस्परिक लाभ के साथ-साथ क्षेत्रीय शांति एवं समृद्धि के लिए त्रिपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की।
यह सहमति अजरबैजान के लाचिन में पाकिस्तान-तुर्किये-अजरबैजान त्रिपक्षीय शिखर सम्मेलन में बनी। शिखर सम्मेलन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, तुर्किये के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन और अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव भी शामिल हुए।
सरकारी ‘रेडियो पाकिस्तान’ ने शरीफ के हवाले से कहा, ‘‘हमारी ताकत हमारी एकजुटता में निहित है क्योंकि तीनों देश हाल के दिनों में एक-दूसरे के साथ खड़े रहे हैं, चाहे वह काराबाख, कश्मीर या उत्तरी साइप्रस का मुद्दा हो।’’
शरीफ ने भारत के साथ पाकिस्तान के हालिया सैन्य संघर्ष के दौरान दोनों देशों के समर्थन के लिए उनका आभार व्यक्त किया।
अपने संबोधन में राष्ट्रपति अलीयेव ने कहा कि उनका देश कई क्षेत्रों में तुर्किये और पाकिस्तान के साथ घनिष्ठ सहयोग के लिए तैयार है।
उन्होंने घोषणा की कि अजरबैजान पाकिस्तान में दो अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश करने की योजना बना रहा है।
इस अवसर पर राष्ट्रपति एर्दोआन ने अपने संबोधन में कहा कि तुर्किये पाकिस्तान और भारत के बीच ‘संघर्षविराम’ से खुश है और उम्मीद करता है कि यह स्थायी शांति में बदल जाएगा। उन्होंने कहा कि तुर्किये इस लक्ष्य के लिए हर संभव योगदान देने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम (तीनों देश) रक्षा में अपने सहयोग को गहरा करेंगे और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए अपनी साझा प्रतिबद्धता को बनाए रखेंगे।’’
भाषा शफीक माधव
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