मंगलुरु (कर्नाटक), 29 मई (भाषा) कर्नाटक लोकायुक्त पुलिस ने मंगलुरु में खान और भूविज्ञान विभाग की एक उप निदेशक एवं उनके कार चालक को बुधवार को कथित तौर पर 50,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति से यह जानकारी मिली।
कर्नाटक लोकायुक्त की दक्षिण कन्नड़ जिले की एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, मंगलुरु में खान और भूविज्ञान विभाग की उप निदेशक कृष्णवेणी एवं उनके कार चालक प्रदीप को यह कथित रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा गया।
विज्ञप्ति के अनुसार, यह कथित रिश्वत भूमि समतल करने और पत्थर हटाने से संबंधित एक फाइल को मंजूरी देने के सिलसिले में मांगी गई थी।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि शिकायतकर्ता ने 28 अक्टूबर, 2024 को मंगलुरु में खान और भूविज्ञान विभाग में एक आवेदन जमा किया था। यह आवेदन उल्लाल तालुक के इरा गांव में सर्वे नंबर 279/5 के तहत 0.35 एकड़ भूमि से भवन निर्माण के पत्थर हटाने और भूमि को समतल करने की अनुमति के लिए था। आवेदन एक ऐसे व्यक्ति की ओर से किया गया था जिसके पास भूमि का जीपीए (जनरल पावर ऑफ अटॉर्नी) है।
शिकायतकर्ता के अनुसार, उल्लाल के तहसीलदार द्वारा 21 मार्च, 2025 को उक्त भूमि के समतलीकरण के लिए पत्थर हटाने के संबंध में प्रमाण पत्र या अनापत्ति पत्र जारी करने की सहमति दिये जाने के बावजूद खान विभाग ने इस संबन्ध में अनुमति नहीं दी।
आरोप है कि जब शिकायतकर्ता मामले की जानकारी लेने के लिए कार्यालय पहुंचा तो खान विभाग की उप निदेशक कृष्णवेणी ने कथित रूप से अपने एक कर्मचारी प्रदीप के माध्यम से फाइल पर कार्रवाई करने व हस्ताक्षर करने के लिए 50,000 रुपये की मांग की।
शिकायतकर्ता ने लोकायुक्त से शिकायत की, जिसके आधार पर मंगलुरु लोकायुक्त पुलिस थाने में कृष्णवेणी और प्रदीप दोनों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और बुधवार को लोकायुक्त पुलिस ने कृष्णवेणी को उसके चालक मधु के माध्यम से रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।
विज्ञप्ति में बताया गया है कि आरोपियों को हिरासत में ले कर पूछताछ की जा रही है।
यह अभियान कर्नाटक लोकायुक्त, मंगलुरु डिवीजन के पुलिस अधीक्षक (एसपी) (प्रभारी) कुमारचंद्र के मार्गदर्शन में चलाया गया।
भाषा इन्दु सुरभि मनीषा
मनीषा