विल्लुपुरम (तमिलनाडु), 29 मई (भाषा) पट्टाली मक्कल काची (पीएमके) के संस्थापक डॉ. एस. रामदास ने बृहस्पतिवार को यह दावा करके सभी को चौंका दिया कि उन्होंने अपने सिद्धांतों के खिलाफ जाकर अपने बेटे डॉ. अंबुमणि रामदास को केंद्रीय मंत्री बनने में मदद करके एक गलती की।
एस. रामदास ने हाल में घोषणा की थी कि वह अपने 56 वर्षीय बेटे को पार्टी के अध्यक्ष पद से हटा रहे हैं और ‘‘वह इसके स्थान पर कार्यवाहक अध्यक्ष के रूप में कार्यरत रहेंगे।’’ उन्होंने यह भी घोषणा की थी कि वह पीएमके के संस्थापक अध्यक्ष के रूप में पार्टी का पूरा नियंत्रण अपने हाथ में ले रहे हैं।
रामदास ने यह भी दावा किया था कि अंबुमणि ने पार्टी के विकास में बाधा डाली।
यहां के निकट थाइलपुरम स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए 85 वर्षीय नेता ने कहा, ‘‘मैंने अपने बेटे अंबुमणि को 35 साल की उम्र में केंद्रीय मंत्री बनाकर गलती की। उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन करने के लिए मजबूर किया।’’
उन्होंने कहा कि यदि आवश्यक हुआ तो वह पार्टी की आम परिषद की बैठक बुलाएंगे और अंबुमणि को पार्टी पद से हटा देंगे।
अंबुमणि 2004 से 2009 तक मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री थे।
भाषा
देवेंद्र माधव
माधव