मुंबई, 29 मई (भाषा) प्रमुख विदेशी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर के मजबूत होने और वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण अंतरबैंक विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार में बृहस्पतिवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 10 पैसे गिरकर 85.48 (अस्थायी) पर बंद हुआ।
हालांकि, विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि सकारात्मक घरेलू शेयर बाजार और विदेशी कोषों का निवेश बढ़ने से रुपये को समर्थन मिला और इसकी गिरावट पर अंकुश लगा दिया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा में, रुपया 85.56 पर खुला और दिन के कारोबार के दौरान डॉलर के मुकाबले 85.62 के दिन के निचले स्तर को छू गया। रुपये ने दिन के उच्चतम 85.40 को छुआ और सत्र के अंत में डॉलर के मुकाबले 85.48 (अस्थायी) पर बंद हुआ, जो पिछले बंद से 10 पैसे की गिरावट है।
बुधवार को रुपया डॉलर के मुकाबले दो पैसे बढ़कर 85.38 पर बंद हुआ था।
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि अमेरिकी डॉलर सूचकांक और कच्चे तेल की कीमतों में उछाल ने रुपये पर दबाव डाला।
उन्होंने कहा, ‘‘मासांत की डॉलर मांग और एफआईआई की धननिकासी से भी रुपये पर दबाव पड़ सकता है। डॉलर-रुपये की हाजिर कीमत 85.15 रुपये से 85.80 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।’’
इस बीच, छह मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को मापने वाला डॉलर सूचकांक 0.11 प्रतिशत बढ़कर 99.89 पर कारोबार कर रहा था।
विश्लेषकों ने कहा कि अमेरिकी संघीय अदालत द्वारा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के व्यापक ‘जवाबी’ शुल्क आदेश पर रोक लगाने के बाद अमेरिकी मुद्रा सूचकांक में तेजी आई, जिससे वैश्विक व्यापार अनिश्चितताओं में कमी आने की उम्मीद बढ़ गई।
वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 1.25 प्रतिशत बढ़कर 65.71 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
घरेलू शेयर बाजार में, 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सूचकांक 320.70 अंक बढ़कर 81,633.02 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 81.15 अंक बढ़कर 24,833.60 पर पहुंच गया।
एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक(एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने बुधवार को शुद्ध आधार पर 4,662.92 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
भाषा राजेश राजेश अनुराग
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