बरेली, 29 मई (भाषा) सेना की लखनऊ-बरेली अभिसूचना (मिलिट्री इंटेलिजेंस) इकाई ने विशेष अभियान समूह (एसओजी) और पुलिस के साथ उत्तर प्रदेश के सीबीगंज थाना क्षेत्र में फर्जी अभिलेख बनाने वाले एक जनसेवा केन्द्र का भंडाफोड़ कर मौके से दस्तावेज बरामद किये। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि जनसेवा केन्द्र पर लैपटाप, प्रिन्टर आदि उपकरण के माध्यम से अनुचित लाभ कमाने के उद्देश्य से लोगों के साथ धोखाधड़ी कर फर्जी आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड,10वीं व 12वीं कक्षा के अंकपत्र, ड्राइविंग लाइसेंस व अन्य फर्जी दस्तावेज तैयार करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज कर उपकरण जब्त कर लिये गये।
बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अनुराग आर्य ने पत्रकारों को बताया कि बुधवार को अभिसूचना टीम से मिली सूचना के बाद यह अभियान चलाया गया।
उन्होंने बताया कि महेशपुर गांव का रहने वाला आरोपी मुकेश देवल अपने घर के भूतल पर जनसेवा केन्द्र और लोकवाणी केंद्र के नाम से कथित तौर पर एक निजी दुकान चलाता था।
अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने वित्तीय लाभ के लिए फर्जी आधिकारिक दस्तावेज तैयार करने के लिए लैपटॉप, प्रिंटर और अन्य उपकरणों का कथित तौर पर इस्तेमाल किया।
उन्होंने बताया कि छापेमारी के दौरान संयुक्त टीम ने परिसर से दो लैपटॉप (सोनी और डेल), दो प्रिंटर, एक आइरिस स्कैनर (कॉजेंट कंपनी), एक वेबकैम, एक थंब स्कैनर, एक फिंगरप्रिंट स्कैनर, छह रबर स्टैम्प, दो एलआरआई सील, एक माउस, 27 आधार कार्ड, एक पैन कार्ड, एक मतदाता पहचान पत्र और पूर्वोत्तर रेलवे पहचान पत्र की एक प्रति बरामद की।
अधिकारी ने बताया कि आरोपी मुकेश देवल छापेमारी के दौरान मौके से फरार हो गया।
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के साथ-साथ आधार अधिनियम की धारा 36 के तहत मामला दर्ज किया है।
पुलिस के अनुसार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए तलाश की जा रही है।
भाषा सं आनन्द जितेंद्र
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