कोलकाता, 29 मई (भाषा) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिये राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश करने का आरोप लगाया है।
बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) कल ही चुनाव में उतरने के लिए तैयार है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बंगाल इकाई के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार की ‘ऑपरेशन बंगाल’ टिप्पणी के जवाब में यह बात कही।
मजूमदार ने एक बयान में कहा था, ‘‘ ‘ऑपरेशन बंगाल’ के तहत अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में टीएमसी को बंगाल की खाड़ी में फेंकना है। ’’
ममता बनर्जी ने यहां राज्य सचिवालय में संवाददाताओं से कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी ने आज जो कहा वह न केवल चौंकाने वाला है बल्कि दुर्भाग्यपूर्ण भी है…। उन्होंने और उनकी पार्टी के नेताओं ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की तरह ‘ऑपरेशन बंगाल’ का सुझाव ऐसे समय में दिया है जब पूरा विपक्ष वैश्विक मंच पर देश का प्रतिनिधित्व कर रहा है।’’
इससे पहले दिन में प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी और मजूमदार ने 2026 के विधानसभा चुनावों में राजनीतिक बदलाव के लिए ऑपरेशन सिंदूर की तर्ज पर ‘ऑपरेशन बंगाल’ का आह्वान किया था।
बनर्जी ने केंद्र से यह भी सवाल किया कि पहलगाम हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादियों को अभी तक क्यों नहीं पकड़ा गया।
देश भर में महिलाओं के बीच सिंदूर बांटने की भाजपा की कथित योजना पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘कृपया याद रखें कि हर महिला का सम्मान होता है, वे केवल अपने पति से ही सिंदूर स्वीकार करती हैं… प्रधानमंत्री मोदी, आप पहले अपनी श्रीमती को सिंदूर क्यों नहीं देते?’’
तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ने कहा कि वह इस तरह के ब्यौरे में नहीं पड़ना चाहतीं, लेकिन उन्होंने दावा किया कि उन्हें ऐसा करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘ विभिन्न राज्यों में आगामी चुनावों से पहले राजनीतिक लाभ के लिए केंद्र ने इस (सैन्य अभियान) को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया। ’’
बनर्जी ने मोदी पर भी निशाना साधा और उन पर फूट डालो और राज करो की नीति अपनाने का आरोप लगाया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला करते हुए बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि राज्य हिंसा, भ्रष्टाचार और अराजकता से ग्रस्त है। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता ‘निर्मम सरकार’ से छुटकारा पाने के लिए बदलाव चाहती है।
मोदी ने दावा किया कि टीएमसी के शासन में बंगाल एक साथ कई संकटों से घिरा है। उन्होंने पांच प्रमुख संकटों को सूचीबद्ध किया।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘राज्य में पहला संकट व्यापक हिंसा और अराजकता है जो समाज के ताने-बाने को नष्ट कर रहा है। दूसरा, माताओं और बहनों में असुरक्षा की भावना बढ़ रही है, जो उनके खिलाफ किए गए भयानक अपराधों से और अधिक हो गई है।’’
पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले को लेकर निशाना साधते हुए मोदी ने तृणमूल कांग्रेस पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के माध्यम से ‘‘हजारों शिक्षकों और उनके परिवारों का भविष्य बर्बाद करने’’ का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, ‘‘सिर्फ कुछ हजार शिक्षकों का जीवन नहीं बर्बाद हो रहा है, बल्कि पूरी शिक्षा व्यवस्था बिगड़ रही है। तब भी तृणमूल कांग्रेस अपनी गलतियों को स्वीकार करने से इनकार कर रही है। इसके बजाय वे अदालतों और न्यायिक प्रणाली को दोष दे रहे हैं।’’
राज्य में अराजकता के प्रधानमंत्री के आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने मुर्शिदाबाद और मालदा में हाल की हिंसा की घटनाओं का जिक्र किया और दावा किया कि ऐसी घटनाओं की साजिश भाजपा द्वारा रची गई थी।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमारे पास पर्याप्त सबूत हैं कि मुर्शिदाबाद और मालदा में अशांति भाजपा ने फैलाई। सही समय आने पर हम आम लोगों के सामने इसका खुलासा करेंगे।’’
बनर्जी ने आरोप लगाया, ‘‘बंगाल में हमारी सरकार मानवतावादी है। भाजपा द्वारा शासित राज्यों में भ्रष्टाचार कहीं अधिक है। फिर भी, कभी कोई कार्रवाई नहीं की जाती।’’
उन्होंने केंद्र से विभिन्न योजनाओं के तहत राज्य का बकाया भुगतान करने को भी कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमारी आलोचना करने से पहले प्रधानमंत्री को राज्य के लिए 1.75 लाख करोड़ रुपये का बकाया जारी करना चाहिए।’’
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