नयी दिल्ली, 30 मई (भाषा) केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी आर पाटिल ने पेयजल और स्वच्छता विभाग (डीडीडब्ल्यूएस) के राष्ट्रव्यापी ग्रामीण स्वच्छता सर्वेक्षण ‘स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण (एसएसजी) 2025’ की बृहस्पतिवार को शुरुआत की।
पाटिल ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में ‘‘प्रबंधन के लिए आकलन’’ के महत्व को दोहराया।
उन्होंने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से अपने नवोन्मेषों और सर्वोत्तम तरीकों को साझा करना जारी रखने का आग्रह करते हुए कहा कि स्वच्छता एक बार हासिल किया जाने वाला लक्ष्य नहीं है, बल्कि यह एक सतत यात्रा है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम एक विकसित भारत की दिशा में काम कर रहे हैं, ऐसे में स्वच्छता को सतत, लोगों के नेतृत्व वाला ऐसा प्रयास बने रहना चाहिए जो सच्ची जनभागीदारी से आगे बढ़े।’’
जल शक्ति और रेल राज्य मंत्री वी. सोमन्ना ने कहा कि एसएसजी महज एक सर्वेक्षण नहीं है, बल्कि एक राष्ट्रीय सत्यापन प्रक्रिया है और ग्रामीण स्वच्छता प्रदर्शन के आधार पर राज्यों और जिलों को रैंकिंग देने का एक सशक्त साधन भी है।
भाषा सिम्मी मनीषा
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