कानपुर, 30 मई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश की पूर्ववर्ती सरकारों पर राज्य के औद्योगिक विकास की जरुरतों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को कहा कि ‘परिवारवादी सरकारों’ की अनदेखी की वजह से न सिर्फ कानपुर, बल्कि पूरा उत्तर प्रदेश तरक्की की दौड़ में पिछड़ गया।
मोदी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शासन में अब उत्तर प्रदेश आधुनिक मूलभूत ढांचे और कनेक्टिविटी के मामले में बहुत आगे निकल गया है, जिस उत्तर प्रदेश की पहचान टूटी-फूटी सड़कों और गड्ढों से होती थी वह अब एक्सप्रेसवे के नेटवर्क के लिए जाना जाता है।
प्रधानमंत्री ने कानपुर में 47 हजार करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद अपने संबोधन में कहा, ”उत्तर प्रदेश और कानपुर को विकास की नयी ऊंचाइयों पर लेकर जाना हमारी ‘डबल इंजन’ सरकार की पहली प्राथमिकता है। यह तभी होगा, जब यहां पर उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा जब कानपुर का पुराना गौरव फिर से लौटेगा।”
मोदी ने राज्य की पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा, ”पिछली सरकारों ने आधुनिक उद्योगों की जरूरतों को नजरअंदाज करके रखा था। कानपुर से उद्योगों का पलायन होता गया। परिवारवादी सरकारें आंख बंद करके बैठी रहीं। नतीजा यह हुआ कि केवल कानपुर ही नहीं बल्कि पूरा उत्तर प्रदेश पीछे हो गया।”
उन्होंने कहा, ”राज्य की औद्योगिक प्रगति के लिए दो सबसे जरूरी शर्तें है। पहली, ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और दूसरी, अवसंरचना और कनेक्टिविटी। आज यहां 660 मेगावाट के पनकी ऊर्जा संयंत्र, 660 मेगावाट के नेवेली ऊर्जा संयंत्र, 1320 मेगावाट के जवाहरपुर ऊर्जा संयंत्र, 660 मेगावाट के ओबरा सी ऊर्जा संयंत्र और 660 मेगावाट के खुर्जा ऊर्जा संयंत्र का लोकार्पण हुआ है। यह उत्तर प्रदेश की ऊर्जा जरुरत को पूरा करने के लिए बहुत बड़ा कदम है। इन ऊर्जा संयंत्रों के बाद उत्तर प्रदेश में बिजली की उपलब्धता और बढ़ेगी। इससे यहां के उद्योगों को भी रफ्तार मिलेगी।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज यहां 47,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत के कई और विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया गया है। यह योजनाएं, यह विकास कार्य कानपुर और उत्तर प्रदेश की प्रगति के लिए हमारे संकल्प को दिखाते हैं।
उन्होंने कहा, ”आज कानपुर मेट्रो की ऑरेंज लाइन कानपुर सेंट्रल तक पहुंच गई है। पहले एलिवेटेड और अब भूमिगत। इस तरह का मेट्रो नेटवर्क कानपुर के महत्वपूर्ण इलाकों को जोड़ रहा है। कानपुर मेट्रो का यह विस्तार कोई साधारण परियोजना नहीं है। कानपुर मेट्रो इस बात का सुबूत है कि अगर सही इरादों, मजबूत इच्छा शक्ति और नेक नियत वाली सरकार हो तो देश के विकास के लिए प्रदेश के विकास के लिए कैसे ईमानदारी से प्रयास होते हैं।”
मोदी ने कहा, ”आप याद करिये, लोग कहते थे कि कानपुर जैसे भीड़भाड़ वाली जगह पर कहां मेट्रो जैसे काम हो पाएंगे, यहां कहां कोई बड़ा बदलाव हो पाएगा। एक तरह से कानपुर और उत्तर प्रदेश के दूसरे प्रमुख शहर विकास की दौड़ से बाहर थे। आज वही कानपुर और वही उत्तर प्रदेश विकास के नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। शहर की गति ही शहर की प्रगति बनती है। यह सुविधा, यह कनेक्टिविटी, परिवहन की आधुनिक सुविधा आज उत्तर प्रदेश के आधुनिक विकास की नई तस्वीर बन रही है। कुछ ही दिनों में कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे से लखनऊ का सफर सिर्फ 40-45 मिनट का होने वाला है।”
प्रधानमंत्री ने लघु उद्योगों की स्थिति में सुधार के लिये सरकार द्वारा शुरू की गयी योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा, ”इस साल के बजट में हमने मेक इन इंडिया के लिए मिशन मैन्युफैक्चरिंग की घोषणा की है। इसके तहत स्थानीय उद्योगों और उत्पादन को बढ़ावा दिया जाएगा। कानपुर जैसे शहरों को इसका बहुत बड़ा लाभ मिलेगा।”
उन्होंने दावा किया, ”आज उत्तर प्रदेश में निवेश का एक अभूतपूर्व सुरक्षित माहौल बना है। गरीब कल्याण की योजनाओं को शत-प्रतिशत पारदर्शिता से जमीन पर उतारा जा रहा है। मध्यम वर्ग के सपनों को पूरा करने के लिए भी सरकार उनके साथ खड़ी है। इस बजट में हमने 12 लाख रुपए तक की आय को पूरी तरह से कर मुक्त कर दिया है। इससे करोड़ों मध्यमवर्गीय परिवारों में नया विश्वास जगा है। उन्हें नयी ताकत मिली है। हम सेवा और विकास के संकल्प के साथ इसी तरह तेजी से आगे बढ़ेंगे हम देश और उत्तर प्रदेश को नयी ऊंचाई पर ले जाने के लिए मेहनत करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे।”
इससे पहले, प्रधानमंत्री ने 47,600 करोड़ रुपये से अधिक की 15 वृहद विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। मोदी ने चुन्नीगंज से कानपुर सेंट्रल तक कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के नए भूमिगत खंड का उद्घाटन किया। इस विस्तार के साथ लाल इमली, जेड स्क्वायर मॉल, ग्रीन पार्क स्टेडियम, परेड ग्राउंड, बुक मार्केट और सोमदत्त प्लाजा जैसे महत्वपूर्ण स्थल इस मेट्रो से सीधे जुड़ जाएंगे।
मोदी ने घाटमपुर में 660 मेगावाट की बिजली इकाई और पनकी में एक तापीय बिजली परियोजना का भी उद्घाटन किया। इस परियोजनाओं से उत्तर प्रदेश और पड़ोसी राज्यों के लिए स्थिर और पर्याप्त बिजली आपूर्ति सुनिश्चित होगी। इसके अलावा उन्होंने पनकी ऊर्जा संयंत्र से कल्याणपुर तक दो नए रेलवे पुलों का भी उद्घाटन किया।
भाषा
सलीम राजेंद्र रवि कांत