(फाइल फोटो सहित)
नयी दिल्ली, 30 मई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना करते हुए शुक्रवार को कहा कि किसी भी राजनेता को ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
पार्टी ने मीडिया की उन खबरों को भी फर्जी बताया जिसमें दावा किया गया था कि सत्तारूढ़ भाजपा, सरकार की वर्षगांठ के अवसर पर महिलाओं के बीच सिंदूर बांटने की योजना बना रही है।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, ‘‘ममता बनर्जी ने जो कहा, वह कभी नहीं कहा जाना चाहिए। किसी भी राजनेता या निर्वाचित प्रतिनिधि को ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए…(ममता ने कहा) ‘क्या पीएम मोदी हर महिला के पति हैं?’ यह किस तरह की भाषा है?’’
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘लेकिन हां, मोदी सबके सेवक हैं। वह कुछ लोगों के लिए पिता और दूसरों के लिए भाई जैसे हैं।’’
तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो बनर्जी पर निशाना साधते हुए पात्रा ने कहा, ‘‘इसमें कोई संदेह नहीं है कि अगर किसी ने बांग्लादेशी घुसपैठियों और रोहिंग्याओं को शरण देने का काम किया है, तो वह ममता बनर्जी हैं। उनसे बहुत लगाव है उनका।’’
पुरी से भाजपा सांसद ने मीडिया में आई उन खबरों को ‘फर्जी’ बताकर खारिज कर दिया, जिनमें कहा गया था कि सत्तारूढ़ भाजपा मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के एक साल पूरे होने के उपलक्ष्य में महिलाओं के बीच सिंदूर बांटने की योजना बना रही है।
उन्होंने विपक्षी दलों पर आरोप लगाया कि वे पाकिस्तान और वहां आतंकवादी स्थलों के खिलाफ भारत की सैन्य कार्रवाई को कमतर आंकने के लिए यह दुष्प्रचार कर रहे हैं। विपक्षी दलों ने खबरों का हवाला देते हुए भाजपा पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया था।
प्रधानमंत्री द्वारा पश्चिम बंगाल सरकार पर तीखा राजनीतिक हमला करने के बाद बनर्जी ने बृहस्पतिवार को मोदी पर पलटवार किया था। खबरों का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा था, ‘‘कृपया याद रखें कि हर महिला का सम्मान होता है, वे केवल अपने पति से ही सिंदूर स्वीकार करती हैं…प्रधानमंत्री मोदी, आप पहले अपनी श्रीमती को सिंदूर क्यों नहीं देते?’’
तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ने कहा कि वह इस तरह के ब्यौरे में नहीं पड़ना चाहतीं, लेकिन उन्होंने दावा किया कि उन्हें ऐसा करने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘विभिन्न राज्यों में आगामी चुनावों से पहले राजनीतिक लाभ के लिए केंद्र ने इस (सैन्य अभियान) को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया।’’
बनर्जी ने कहा, ‘‘पहले वह (मोदी) खुद को चाय बेचने वाला कहते थे, फिर चौकीदार और अब वह सिंदूर बेचने आए हैं। वह इस तरह से सिंदूर नहीं बेच सकते।’’
भाजपा के सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने भी समाचार को ‘‘फर्जी’’ करार दिया और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री पर राजनीति के लिए एक बेबुनयाद खबर के आधार पर ‘ट्रोल’ की तरह काम करने का आरोप लगाया।
हालांकि, कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने दावा किया कि भाजपा को तीखी आलोचना के कारण अपना अभियान वापस लेना पड़ा। मालवीय की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘अब वे ओछी किस्म की योजना को फर्जी खबर बता रहे हैं।’’
भाषा आशीष नरेश
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