मुंबई, 30 मई (भाषा) अंतरबैंक विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया आठ पैसे की गिरावट के साथ 85.56 (अस्थायी) पर बंद हुआ। घरेलू शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव और वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में सुधार के कारण रुपया दबाव में रहा।
हालांकि, विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि विदेशी संस्थागत निवेशकों की लिवाली से रुपये को समर्थन मिला, जबकि घरेलू जीडीपी आंकड़ों के जारी होने की प्रतीक्षा कर रहे निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा में, रुपया 85.35 पर खुला और कारोबार के दौरान डॉलर के मुकाबले 85.25 के उच्च स्तर तथा 85.64 के निम्न स्तर के बीच रहने के बाद के अंत में 85.56 (अस्थायी) पर बंद हुआ, जो अपने पिछले बंद से आठ पैसे की गिरावट है।
बृहस्पतिवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 10 पैसे गिरकर 85.48 पर बंद हुआ।
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि कमजोर घरेलू बाजार और कच्चे तेल की कीमतों में सुधार के कारण रुपये में गिरावट आई। आयातकों की मासांत डॉलर मांग ने भी रुपये पर दबाव डाला। हालांकि, कमजोर अमेरिकी डॉलर सूचकांक और एफआईआई निवेश प्रवाह ने गिरावट को सीमित किया।
उन्होंने कहा, ‘‘कारोबारी अमेरिका के व्यक्तिगत व्यय खपत (पीसीई) मूल्य सूचकांक और व्यक्तिगत आय के आंकड़ों से संकेत ले सकते हैं। डॉलर-रुपया हाजिर मूल्य 85.30 रुपये से 86 रुपये के बीच रहने की उम्मीद है।’’
इस बीच, विश्व की छह प्रतिस्पर्धी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को मापने वाला, डॉलर सूचकांक 0.28 प्रतिशत बढ़कर 99.49 पर रहा।
वायदा कारोबार में वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.41 प्रतिशत बढ़कर 64.41 डॉलर प्रति बैरल हो गया।
घरेलू शेयर बाजार में, 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सूचकांक 182.01 अंक घटकर 81,451.01 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 82.90 अंक गिरकर 24,750.70 पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को शुद्ध आधार पर 884.03 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
भाषा राजेश राजेश रमण
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