नयी दिल्ली, 31 मई (भाषा) भारतीय निर्यात संगठनों के महासंघ (फियो) ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस्पात और एल्युमीनियम पर आयात शुल्क को 25 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने की घोषणा पर चिंता जताई है।
फियो ने शनिवार को एक बयान में कहा कि इससे देश के इस्पात और एल्युमीनियम विशेष रूप से मूल्यवर्धित और तैयार इस्पात उत्पादों और वाहन कलपुर्जों के निर्यात पर असर पड़ने की आशंका है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि वह इस्पात और एल्युमीनियम के आयात पर शुल्क को दोगुना करके 50 प्रतिशत कर रहे हैं।
निर्यातकों के शीर्ष संगठन फियो के अध्यक्ष एस सी रल्हन ने कहा कि अमेरिका में इस्पात और एल्युमीनियम आयात पर शुल्क में प्रस्तावित वृद्धि का भारत के इस्पात निर्यात, विशेष कर स्टेनलेस स्टील पाइप, ढांचागत इस्पात कलपुर्जा और वाहन के इस्पात कलपुर्जों जैसी अर्ध-परिष्कृत और परिष्कृत श्रेणियों में महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि ये उत्पाद भारत के बढ़ते इंजीनियरिंग निर्यात का हिस्सा हैं, और उच्च शुल्क अमेरिकी बाजार में हमारी मूल्य प्रतिस्पर्धात्मकता को कम कर सकते हैं।
भारत ने पिछले वित्त वर्ष (2024-25) में अमेरिका को लगभग 6.2 अरब डॉलर मूल्य के इस्पात और तैयार इस्पात उत्पादों का निर्यात किया। भारतीय इस्पात विनिर्माताओं के लिए अमेरिका शीर्ष गंतव्यों में से एक है, जो उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादन और प्रतिस्पर्धी मूल्य निर्धारण के माध्यम से धीरे-धीरे बाजार हिस्सेदारी बढ़ा रहे हैं।
फियो प्रमुख ने इस बात पर भी जोर दिया कि भारतीय निर्यातकों को अपने बाजारों में विविधता लाने और ऐसे संरक्षणवादी उपायों के प्रभाव को कम करने के लिए उच्च श्रेणी के मूल्यवर्धित उत्पादों में निवेश करने की आवश्यकता है।
भाषा अनुराग पाण्डेय
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