नयी दिल्ली, 31 मई (भाषा) दिल्ली पुलिस ने जासूसी गिरोह मामले में जारी जांच के संबंध में एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है, जिसका संबंध पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों (पीआईओ) से बताया जा रहा है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि आरोपी की पहचान हसीन (42) के रूप में हुई है, जो जासूसी गतिविधियों के लिए पीआईओ को भारतीय मोबाइल सिम कार्ड की आपूर्ति करने के आरोप में गिरफ्तार कासिम का बड़ा भाई है।
अधिकारी ने बताया, ‘‘जांच के तहत हसीन को राजस्थान के डीग जिले के नगर इलाके से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान पता चला कि हसीन करीब 15 साल पहले अपने रिश्तेदारों से मिलने पाकिस्तान गया था और कथित तौर पर पिछले चार से पांच साल से पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी ‘इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस’ (आईएसआई) के अधिकारियों के संपर्क में था।
अधिकारी ने बताया कि अगस्त 2024 में हसीन ने अपने नाम से पंजीकृत एक सिम कार्ड अपने भाई कासिम के ज़रिए पाकिस्तान भेजा था और बाद में पता चला कि उस सिम कार्ड का इस्तेमाल एक पाकिस्तानी खुफिया ‘एजेंट’ कर रहा था।
पुलिस ने बताया कि हसीन ने न सिर्फ सिम कार्ड पहुंचाने में मदद की, बल्कि पाकिस्तान में व्हाट्सएप खातों को सक्रिय करने में सहायता करने के लिए ओटीपी भी प्रदान किया।
यह भी आरोप लगाया गया है कि हसीन ने पाकिस्तान को संवेदनशील भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों की तस्वीरें भेजीं और बदले में रुपये प्राप्त किए।
पुलिस के दावे के अनुसार, जांच में खुलासा हुआ है कि हसीन ने आईएसआई के गुर्गों की सहायता से अपने भाई कासिम समेत अपनी बहन और बहनोई को अगस्त 2024 की यात्रा के लिए पाकिस्तानी वीजा हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
पुलिस के एक सूत्र ने बताया कि उसे अदालत में पेश किया गया और पूछताछ के लिए पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
सूत्र ने बताया कि कासिम से पूछताछ के दौरान हसीन का नाम सामने आया था। कासिम ने खुलासा किया कि जब वह पाकिस्तान गया तो वहां के आकाओं ने उसे बताया था कि उसका भाई पहले से ही उनके लिए काम कर रहा है और उसे भी उनके लिए काम करना होगा।
इस खुलासे के बाद जांचकर्ताओं ने हसीन को लेकर भी जांच की।
भाषा यासिर प्रशांत
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