कोल्लम, 31 मई (भाषा)केरल के एक विधायक ने कोल्लम जिले के करुनागपल्ली में शनिवार को एक निजी वित्तीय कंपनी द्वारा कथित रूप से जब्त किए गए मकान का दरवाजा तोड़ दिया, ताकि उसमें रहने वाला परिवार वहां से आवश्यक दस्तावेज और दवाइयां निकाल सके।
कंपनी ने दो मंजिला मकान को 30 मई को तब जब्त किया था जब उसके मालिक घर से बाहर थे। उसने यह कार्रवाई इसलिए की क्योंकि मकान मालिक कुछ साल पहले ली गई कर्ज की राशि को चुकाने में कथित रूप से असफल रहे थे।
करुनागप्पल्ली के विधायक सी.आर. महेश ने शनिवार को मकान मालिकों और मीडियाकर्मियों की मौजूदगी में हथौड़े और छेनी की मदद से ताला तोड़ दिया।
विधायक ने बाद में महिलाओं समेत परिवार के सदस्यों से घर के अंदर जाने और कपड़े, दवाइयां तथा प्रमाण पत्र और आधार कार्ड जैसे आवश्यक दस्तावेज ले आने को कहा।
महेश ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘परिवार को निजी वित्तीय कंपनी ने यह भी नहीं बताया कि वे घर को कुर्क कर रहे हैं। राशन कार्ड और आधार कार्ड समेत उनके सभी जरूरी सामान इमारत के अंदर थे।’’
उन्होंने बताया कि परिवार की एक महिला सदस्य को आंखों से संबंधित गंभीर समस्या थी और उसकी दवा भी घर के अंदर ही थी।
विधायक ने कहा कि मकान मालिकों को सूचित किए बिना इमारत को कुर्क करना ‘क्रूरता’ का कृत्य है। उन्होंने कहा कि वित्तीय कंपनी के प्रबंधन को यह सुनिश्चित करने के बाद ही मकान कुर्क करना चाहिए था कि मकान मालिकों को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया है।
महेश ने कहा कि स्थानीय अधिकारियों को भी इसकी जानकारी दी जानी चाहिए थी।
परिवार के सदस्यों द्वारा जरूरी सामान और दवाइयां लेकर बाहर आ जाने के बाद विधायक ने घर को उसी तरह बंद कर दिया, जैसा कि वित्तीय संस्थान ने किया था।
इस पूरे प्रकरण पर वित्तीय कंपनी के अधिकारियों से अबतक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है।
भाषा धीरज माधव
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