कोलकाता, 25 मई (भाषा) तृणमूल कांग्रेस ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य राम चंद्र जांगड़ा की उस टिप्पणी की निंदा की जिसमें उन्होंने कहा है कि पहलगाम आतंकी हमले में अपने पतियों को खोने वाली महिलाओं में वीरांगना महिलाओं जैसी भावना नहीं थी।
हरियाणा से भाजपा के राज्यसभा सदस्य ने अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के अवसर पर भिवानी में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पहलगाम में जान गंवाने वाले पर्यटकों को आतंकवादियों से लड़ना चाहिए था और हमले में अपने पतियों को खोने वाली महिलाओं को ‘वीरांगना’ (योद्धा महिलाओं) की तरह भूमिका निभानी चाहिए थी।
जांगड़ा ने कहा, ‘‘वहां पर जो हमारी बहादुर बहनें थीं, जिनकी मांग का सिंदूर छीन लिया गया, उनमें वीरांगना का भाव नहीं था, जोश नहीं था, जज्बा नहीं था, दिल नहीं था, इसलिए हाथ जोड़कर गोली का शिकार हो गये।’’
उन्होंने कहा,‘‘लेकिन हाथ जोड़ने से कोई छोड़ता नहीं। हमारे आदमी वहां पर हाथ जोड़कर मारे गए।’’
जांगड़ा की टिप्पणियों पर नाराजगी जताते हुए तृणमूल ने ‘एक्स’ हैंडल पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘भाजपा सांसद राम चंद्र जांगड़ा की यह कहने की हिम्मत कैसे हुई कि पहलगाम में मौजूद महिलाओं में बहादुरी की कमी थी? 26 लोगों की जान चली गई और वे महिलाओं को दोषी ठहराते हैं? यह न केवल असंवेदनशील है, बल्कि यह घृणित और अमानवीय भी है।’’
भाजपा पर महिला विरोधी होने का आरोप लगाते हुए तृणमूल ने पोस्ट में कहा, ‘‘भाजपा ने महिलाओं को नीचा दिखाने की कला में महारत हासिल कर ली है। महिलाओं के प्रति द्वेष उनकी विचारधारा का दोष नहीं है, बल्कि यह तो उसके मूल में है।’’
प्रधानमंत्री पर कटाक्ष करते हुए तृणमूल ने कहा, “और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नारी सम्मान के बारे में बात करने की जुर्रत करते हैं? हमें पाखंड से दूर रखें।”
तृणमूल के वरिष्ठ नेता और मंत्री शशि पांजा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘भाजपा सांसद की टिप्पणियों ने महिलाओं का अपमान किया है, हर महिला को नाराज किया है, उन्हें पीड़ा पहुंचाई है और पार्टी का असली चेहरा दिखाया है।’’
पांजा ने कहा, ‘‘हम इंतजार कर रहे हैं कि भाजपा ऐसे व्यक्ति के खिलाफ क्या कार्रवाई करेगी, जिसने पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति अनादर दिखाया है।’’
भाषा
संतोष प्रशांत
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