अरक्कोणम (तमिलनाडु), नौ जून (भाषा) स्थानीय आईएनएस राजाली स्थित हेलीकॉप्टर प्रशिक्षण स्कूल से एक महिला समेत भारतीय नौसेना के 18 अधिकारियों ने पायलट का प्रशिक्षण पूरा किया।
एक रक्षा विज्ञप्ति में कहा गया है कि इन अधिकारियों ने भारतीय नौसेना के एयर स्क्वाड्रन-561 में प्रशिक्षण स्कूल में अपने 22 सप्ताह लंबे गहन उड़ान और जमीनी प्रशिक्षण के सफल समापन पर एक प्रभावशाली ‘पासिंग आउट परेड’ में हिस्सा लिया।
इसमें कहा गया है, ‘‘महिलाओं के लिए लैंगिक समावेशी वातावरण को मजबूत करने और समान कॅरियर के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए भारतीय नौसेना की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए, सब-लेफ्टिनेंट सिद्धि हेमंत दुबे ने आज प्रशिक्षण के सफल समापन पर भारतीय नौसेना की दूसरी महिला हेलीकॉप्टर पायलट बनकर इतिहास रच दिया।’’
इन अधिकारियों को प्रतिष्ठित ‘गोल्डन विंग्स’ प्रदान किए गए, जो उन्हें हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में मान्यता देते हैं।
ये ‘गोल्डन विंग्स’ पूर्वी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल राजेश पेंढारकर द्वारा दिए गए।
इसमें कहा गया है कि नये पायलट को अब भारतीय नौसेना की अग्रिम पंक्ति इकाइयों के माध्यम से तैनात किया जाएगा, जो टोही, निगरानी, खोज और बचाव और तथा जलदस्यु-रोधी अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
विज्ञप्ति में वाइस एडमिरल पेंढारकर के हवाले से कहा गया है कि परेड ने न केवल एक कठोर पाठ्यक्रम की सफल परिणति को चिह्नित किया, बल्कि यह एक ऐसा दिन भी है जब युवा और उत्साही पायलट का एक नया बैच स्कूल से निकला।
उन्होंने कहा कि नये हेलीकॉप्टर पायलट ने केवल उड़ान भरना ही नहीं सीखा है, बल्कि यह भी सीखा है कि एक विशेष उद्देश्य के साथ कैसे उड़ान भरना है।
पेंढारकर ने कहा कि भारतीय नौसेना विमानन हमेशा पेशेवर अंदाज, सटीकता और गौरव के लिए खड़ा रहा है।
भाषा वैभव सुरेश
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