नयी दिल्ली, नौ जून (भाषा) केंद्रीय दूरसंचार राज्य मंत्री पेम्मासानी चंद्रशेखर ने सोमवार को डाक विभाग से घाटे पर काबू पाने के लिए डिजिटल पता प्रणाली ‘डिजिपिन’ को स्व-वित्तपोषण मॉडल में बदलने की संभावना तलाशने को कहा।
उन्होंने डाक विभाग के अधिकारियों से यह भी कहा कि डिजिपिन पहल डिजिटल इंडिया, डाक सुधार और जन-केंद्रित शासन के व्यापक लक्ष्यों के अनुरूप होनी चाहिए।
मंत्री ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, ”भारत के ओपन-सोर्स, जियोकोड वाली पता प्रणाली डिजिपिन पर एक बैठक की अध्यक्षता की, जो डेटा गोपनीयता की सुरक्षा करते हुए निर्बाध सेवा वितरण पर केंद्रित थी।”
यह समीक्षा बैठक पेम्मासानी के मंत्री के रूप में उनके कार्यभार संभालने के एक साल पूरे होने के अवसर पर हुई।
डाक विभाग ने 27 मई को राष्ट्रीय भू-स्थानिक नीति 2022 के अनुरूप ‘अपना डिजिपिन जानें’ और ‘अपना पिन कोड जानें’ सेवाएं शुरू करने की घोषणा की थी।
विभाग ने आईआईटी हैदराबाद और एनआरएससी, इसरो के सहयोग से डिजिपिन (डिजिटल पोस्टल इंडेक्स नंबर) विकसित किया है। डिजिपिन पहल का उद्देश्य स्थान मानचित्रण को सरल बनाना, लॉजिस्टिक और आपातकालीन प्रतिक्रिया को बढ़ाना और अंतिम छोर तक वितरण सुनिश्चित करना है।
भाषा पाण्डेय रमण
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