नयी दिल्ली, नौ जून (भाषा) दिल्ली में सोमवार को भीषण गर्मी का प्रकोप जारी रहा। तापमान इतना ज़्यादा था कि शरीर को 48.9 डिग्री सेल्सियस जैसी गर्मी महसूस हुई। वहीं, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले दो दिनों के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी करते हुए लोगों से सतर्क रहने को कहा है।
राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को वास्तविक अधिकतम तापमान 43.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो मौसम के औसत से 3.4 डिग्री अधिक है। न्यूनतम तापमान 27.6 डिग्री सेल्सियस, जबकि आर्द्रता का स्तर 48 से 25 प्रतिशत के बीच रहा, जिसके चलते लोगों को कहीं अधिक गर्मी महसूस हुई।
मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में कम से कम 12 जून तक बहुत गर्म मौसम बना रहेगा।
आईएमडी ने कहा कि दिन का तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है, जबकि रात का तापमान भी 28 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा।
अगले दो दिनों में 20-30 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने का पूर्वानुमान किया गया है, लेकिन इनसे बहुत राहत मिलने की संभावना नहीं है।
मौसम विभाग ने पुष्टि की है कि हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली में ‘लू’ की स्थिति स्थिर हो गई है। वहीं, हिसार, सिरसा, रोहतक और आयानगर (दिल्ली) जैसे स्थानों पर तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया।
इसके अनुसार, सोमवार को दिल्ली समेत पूरे क्षेत्र में लगातार दूसरे दिन ‘लू’ की स्थिति रही।
दिल्ली में रातें गर्म रह रही हैं और सूर्यास्त के बाद भी तापमान अधिक दर्ज किया जा रहा है। इससे गर्मी से संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है, खासकर बुजुर्गों, बच्चों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं वाले लोगों में।
हालांकि, 12 जून से कुछ राहत मिल सकती है, क्योंकि आईएमडी ने दिल्ली के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने तथा 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का पूर्वानुमान है।
मौसम विभाग ने कहा कि हालांकि भारी बारिश नहीं होगी, लेकिन यह भीषण गर्मी से कुछ समय के लिए राहत दे सकती है।
अधिकारियों ने चेतावनी दी कि बारिश के बाद आर्द्रता का स्तर बढ़ सकता है, जिससे उमस भरा मौसम हो सकता है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, सोमवार को दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शाम चार बजे 235 दर्ज किया गया, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है।
सीपीसीबी के अनुसार, शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच को ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच को ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच को ‘खराब’, 301 से 400 के बीच को ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच को ‘गंभीर’ माना जाता है।
भाषा सुभाष दिलीप
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