नयी दिल्ली, नौ जून (भाषा) वाम दलों ने राहत सामग्री के साथ सामाजिक कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग और अन्य लोगों को गाजा ले जा रही नौका को रोकने के लिए इजराइल की सोमवार को निंदा की।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव एम. ए. बेबी ने कहा कि नौका की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए और राहत सामग्री गाजा पहुंचाने की अनुमति दी जानी चाहिए।
बेबी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘माकपा राहत सामग्री के साथ ग्रेटा थनबर्ग और 12 अन्य लोगों को लेकर गाजा जा रही नौका को रोकने के लिए इजराइल सरकार की निंदा करती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘नौका की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए और राहत सामग्री गाजा पहुंचाने की अनुमति दी जानी चाहिए।’’
भाकपा (माले) लिबरेशन ने एक बयान में कहा कि अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में नागरिक मानवीय मिशन पर हमला करना अंतरराष्ट्रीय कानून का घोर उल्लंघन है।
पार्टी ने कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में नागरिक मानवीय मिशन पर हमला करना अंतरराष्ट्रीय कानून का घोर उल्लंघन है, जिसमें नौवहन की स्वतंत्रता की रक्षा करने वाले सिद्धांत और सशस्त्र संघर्ष के दौरान मानवीय सहायता पहुंचाना शामिल है। यह अवैध कृत्य इजराइल की फलस्तीनी लोगों के खिलाफ जारी नरसंहार नीति का हिस्सा है।’’
उसने हिरासत में लिए गए सभी लोगों की तत्काल रिहाई की मांग की।
फलस्तीनी क्षेत्र की लंबे समय से चली आ रही नाकेबंदी को बरकरार रखते हुए इजराइली सुरक्षा बलों ने सोमवार तड़के राहत सामग्री लेकर गाजा जा रही नौका को रोक दिया और उस पर सवार ग्रेटा थनबर्ग और अन्य कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।
गाजा पट्टी में सहायता पहुंचाने और इजराइल की नाकाबंदी और युद्धकालीन आचरण का विरोध करने के लिए ‘फ्रीडम फ्लोटिला गठबंधन’ नामक संगठन ने इस यात्रा का आयोजन किया था। ‘फ्रीडम फ्लोटिला गठबंधन’ ने कहा कि सामाजिक कार्यकर्ताओं का ‘इजराइली सुरक्षा बलों द्वारा अपहरण’ कर लिया गया है।
भाषा शफीक दिलीप
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