मुंबई, नौ जून (भाषा) विमानन सुरक्षा नियामक नागरिक विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने चार धाम यात्रा के दौरान हेलीकॉप्टरों से जुड़ी एक के बाद एक घटनाओं को देखते हुए उत्तराखंड में शटल सेवाओं में शामिल हेलीकॉप्टर परिचालनों की विशेष ऑडिट/बढ़ी हुई निगरानी के आदेश दिए हैं। एक आधिकारिक बयान में सोमवार को यह जानकारी दी गयी।
इसमें कहा गया है कि एहतियाती उपाय के तौर पर डीजीसीए आवश्यकता पड़ने पर चार धाम के लिए हेलीकॉप्टर परिचालन में कटौती की आवश्यकता की भी समीक्षा कर रहा है।
केदारनाथ जा रहे केस्ट्रेल एविएशन के एक हेलीकॉप्टर को उड़ान के दौरान तकनीकी खराबी आने के बाद उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में राजमार्ग पर आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी थी। सात जून को पायलट सहित छह लोग इस दुर्घटना में बाल-बाल बच गए थे।
डीजीसीए ने केदारनाथ में उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूसीएडीए) द्वारा उपलब्ध कराए गए लाइव कैमरा फीड्स की सक्रिय रूप से निगरानी करके चार धाम हेलीकॉप्टर संचालन पर अपनी निगरानी भी तेज कर दी है।
नियामक ने कहा कि हाल ही में उत्तराखंड में चार धाम यात्रा के दौरान हेलीकॉप्टर परिचालन से जुड़ी कई घटनाओं ने इन परिचालनों की सुरक्षा निगरानी को और मजबूत करने की आवश्यकता को रेखांकित किया है।
बयान के अनुसार, इनमें से प्रत्येक घटना के लिए सुरक्षा जांच शुरू कर दी गई है, ताकि यांत्रिक विफलताओं, परिचालन संबंधी त्रुटियों और मौसम संबंधी चुनौतियों सहित इसके लिए जिम्मेदार कारकों की पहचान की जा सके।
इसके अतिरिक्त, इसने कहा कि सभी हेलीकॉप्टर संचालकों को निर्देश जारी किए गए हैं, जिनके तहत अगली सूचना तक केवल बाहरी परिस्थितियों (ओजीई) के आधार पर संचालन की अनुमति होगी।
डीजीसीए ने कहा, “एहतियाती उपाय के रूप में, डीजीसीए आवश्यकता पड़ने पर चार धाम के लिए हेलीकॉप्टर परिचालन को कम करने की आवश्यकता की भी समीक्षा कर रहा है।”
भाषा प्रशांत माधव
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