मुंबई, नौ जून (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन कार्यालय ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस और अन्य दलों को 2024 में मसौदा और अंतिम चरण में सालाना संशोधित मतदाता सूची प्रदान की गई थी।
यह बयान लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा एक अखबार में लिखे लेख में 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में ‘‘मैच फिक्सिंग’’ के आरोपों से उपजे विवाद के बीच आया है।
महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन कार्यालय ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि मतदाता सूची का संशोधन प्रतिवर्ष भागीदारीपूर्ण प्रक्रिया के माध्यम से किया जाता है।
इसमें कहा गया, ‘‘इस वार्षिक अभ्यास के दौरान, मतदाता सूची को कांग्रेस सहित मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के साथ निशुल्क साझा किया जाता है, पहली बार मसौदा चरण में और दूसरी बार इसके अंतिम रूप दिए जाने के बाद। इसी तरह की कवायद 2009, 2014, 2019 और 2024 में की गई थी और ऐसी मतदाता सूचियों की प्रतियां कांग्रेस के साथ-साथ अन्य राजनीतिक दलों के साथ भी साझा की गई थीं।’’
मुख्य निर्वाचन कार्यालय ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र में 2024 के आम चुनाव से लेकर विधानसभा चुनाव में इस्तेमाल की गई मतदाता सूची की पूरी प्रति भी वेबसाइट पर उपलब्ध है, ताकि जनता इसे मुफ्त में डाउनलोड कर सके।’’
इसने कहा कि पहले की मतदाता सूचियों की एक प्रति भी जिला निर्वाचन अधिकारी के पास उपलब्ध रहती है।
इसने कहा कि निर्वाचक पंजीकरण नियम, 1960 के नियम 33 के तहत, कांग्रेस सहित कोई भी व्यक्ति संबंधित जिला निर्वाचन अधिकारी को आवेदन कर सकता है और निर्धारित शुल्क का भुगतान करके ऐसी मतदाता सूची की एक प्रति प्राप्त कर सकता है।
‘द इंडियन एक्सप्रेस’ में प्रकाशित एक लेख में राहुल गांधी ने महाराष्ट्र चुनाव में ‘मैच-फिक्सिंग’ का आरोप लगाया था और दावा किया था कि यही आगामी बिहार चुनाव में और हर उस जगह होगा जहां कहीं भी भाजपा हार रही है।
भाषा शफीक रंजन
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