गोरखपुर (उत्तर प्रदेश), 10 जून (भाषा) जिले के पिपराइच इलाके से तीन दिन पहले तीन वर्षीय बच्ची के लापता होने के बाद अब उसका पिता भी गायब हो गया है, जिससे रहस्य और गहरा गया है तथा गड़बड़ी की आशंका जताई जा रही है। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
बच्ची की पहचान नित्या के रूप में हुई है, जो पिपराइच के अंबेडकर नगर वार्ड नंबर 4 में अपने नाना-नानी से मिलने आई थी। बच्ची शनिवार शाम करीब साढ़े छह बजे लापता हो गई थी।
पुलिस की कई टीम द्वारा चलाए गए व्यापक तलाशी अभियान के बावजूद, बच्ची का कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
पुलिस के मुताबिक, इस मामले में नया मोड़ तब आया जब उसके पिता जोगेंद्र भी रविवार को लापता हो गए, जो शुरू में तलाशी में मदद कर रहे थे।
पुलिस के अनुसार, पेशे से मजदूर जोगेंद्र नित्या के लापता होने के बाद से संदिग्ध व्यवहार कर रहा था और बार-बार विभिन्न बहानों से तलाशी अभियान से खुद को दूर कर रहा था।
वह रविवार को पुलिस की निगरानी से भाग गया और तब से उसे नहीं देखा गया है।
अपर पुलिस अधीक्षक जितेंद्र श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘उसके अचानक लापता होने से गंभीर संदेह पैदा हो गया है। हम अब इसे दोहरे लापता मामले के रूप में देख रहे हैं और सभी पहलुओं से जांच की जा रही है।’’
जोगेंद्र की पत्नी राधिका और सास गीता देवी का दावा है कि उन्हें उसके ठिकाने के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
जब इंस्पेक्टर पुरुषोत्तम आनंद सिंह के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम ने इलाके का दौरा किया तो उसके पैतृक स्थान बोलचाहा, पडरौना (कुशीनगर जिले) के ग्रामीणों ने भी अनभिज्ञता जताई।
पिता-पुत्री के लापता होने के मामले में जांच के लिए पुलिस की छह टीम तैनात है।
अधिकारियों ने कहा कि अपहरण और परिवार की संलिप्तता सहित सभी संभावित कोणों से जांच की जा रही है।
एएसपी श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘हमें जल्द बच्ची का पता लगने की उम्मीद है। हर पहलु से जांच की जा रही है।’’
भाषा सं जफर वैभव सुरभि
सुरभि