( तस्वीर सहित )
रायपुर, 10 जून (भाषा) छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सुकमा जिले में नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी में विस्फोट के कारण जान गंवाने वाले अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश राव गिरपुंजे को श्रद्धांजलि देते हुए मंगलवार को कहा कि नक्सलवाद का खात्मा निश्चित है।
दिवंगत पुलिस अधिकारी को श्रद्धांजलि देने के बाद मुख्यमंत्री साय ने कहा कि गिरपुंजे का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा और नक्सलवाद अपनी आखिरी सांसें गिनते हुए अंत के करीब है।
सुकमा जिले के कोंटा इलाके में नक्सलियों द्वारा लगाए गए प्रेशर बम में कल हुए विस्फोट में आकाश राव गिरपुंजे और दो अन्य पुलिस अधिकारी घायल हो गए थे। बाद में आकाश राव गिरपुंजे ने कोंटा के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के निवासी 42 वर्षीय आकाश राव गिरपुंजे पिछले वर्ष मार्च से सुकमा में एएसपी (कोंटा क्षेत्र) के पद पर कार्यरत थे।
रायपुर शहर के माना इलाके में स्थित छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (सीएएफ) की चौथी बटालियन के मुख्यालय में गिरपुंजे को श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान मुख्यमंत्री साय, विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा और अरुण साव, अन्य मंत्री, जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मौजूद थे।
गिरपुंजे के माता-पिता, पत्नी और दो बच्चों सहित उनके परिवार के सदस्य भी वहां मौजूद थे।
गिरपुंजे को श्रद्धांजलि देने के बाद मुख्यमंत्री साय ने संवाददाताओं से कहा कि उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
साय ने कहा, ”हमने एक बहादुर और प्रतिबद्ध अधिकारी खो दिया है। नक्सलियों ने हताशा में कायरतापूर्ण कृत्य किया है। नक्सलवाद अपनी अंतिम सांसें ले रहा है और इसका अंत निश्चित है।”
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में जब गिरेपुंजे के सात वर्षीय बेटे ने हाथ जोड़कर दिवंगत पिता के पार्थिव शरीर को नमन किया तब वहां सभी की आंखें नम हो गईं। इस दौरान उनकी छह वर्षीय बेटी को एक अन्य रिश्तेदार गोद में उठाए हुए था।
सीएएफ की चौथी बटालियन के मुख्यालय में जब गिरपुंजे के पार्थिव शरीर को फूलों से सजे एक मिनी ट्रक में रखा जा रहा था, तब साय, सिंह, शर्मा, साव और अधिकारियों ने उसे कंधा दिया।
इससे पहले यहां कुशालपुर क्षेत्र में गिरपुंजे के निवास से ताबूत में रखे उनके पार्थिव शरीर को फूलों से सजे मिनी ट्रक में सीएएफ की चौथी बटालियन के मुख्यालय ले जाया गया। सड़क पर लोगों की भारी भीड़ देशभक्ति के नारे लगा रही थी।
इसके बाद गिरपुंजे के पार्थिव शरीर को महादेव घाट ले जाया गया जहां बड़ी संख्या में लोग अंतिम संस्कार के लिए उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए।
सुकमा जिले के कोंटा क्षेत्र में सोमवार की सुबह एएसपी (कोंटा क्षेत्र) गिरपुंजे और दो अन्य पुलिस अधिकारी नक्सलियों द्वारा लगाए गए प्रेशर बम में हुए विस्फोट में घायल हो गए थे।
पुलिस के मुताबिक, जब अधिकारियों को नक्सलियों द्वारा एक अर्थ मूवर मशीन में आग लगाए जाने की खबर मिली थी तब वह घटनास्थल के लिए रवाना हुए थे। यहां प्रेशर बम विस्फोट में गिरपुंजे और दो अन्य अधिकारी घायल हो गए। बाद में गिरेपुंजे ने कोंटा के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया।
घटना कोंटा शहर से करीब चार किमी दूर कोंटा-एर्राबोर पर डोंड्रा गांव के पास हुई।
भाषा संजीव मनीषा
मनीषा