पटना, 12 जून (भाषा) बिहार में रोजगार के अवसर मुहैया करवाने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने नीतीश कुमार सरकार के खिलाफ बृहस्पतिवार को राज्यव्यापी प्रदर्शन किया और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को सत्ता से हटाने का प्रण लिया।
पटना में राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र सिंह हुड्डा जैसे वरिष्ठ नेता प्रदर्शनकारियों के साथ शामिल हुए और उन्होंने ‘नियोजन भवन’ तक जुलूस निकाला। उन्होंने दावा किया कि उप क्षेत्रीय रोजगार कार्यालय ‘निष्क्रिय’ हो गया है तथा इसके प्रवेश द्वारों पर ताले जड़ दिए।
हुड्डा ने पत्रकारों से कहा, ‘‘पिछले 20 वर्ष से यह सरकार राज्य पर शासन कर रही है। इस अवधि में रिकॉर्ड बेरोजगारी रही है, जिससे करोड़ों लोग पलायन करने को मजबूर हुए हैं।’’
उन्होंने रिक्त पदों को भरने के लिए पेपर लीक मुक्त प्रतियोगिता परीक्षाएं आयोजित करा पाने पर कथित रूप से नाकाम राज्य सरकार की आलोचना की।
यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनाव बेरोजगारी के मुद्दे पर लड़ने की योजना बना रही है, हुड्डा ने कहा, ‘‘इससे बड़ा कोई मुद्दा नहीं हो सकता।’’
इस अवसर पर बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी (बीपीसीसी) अध्यक्ष राजेश कुमार ने कहा, ‘‘बिहार में 25 स्थानों पर ‘नौकरी दो या गद्दी छोड़ो’ के तहत विरोध प्रदर्शन किया गया।’’
बीपीसीसी प्रमुख ने कहा, ‘‘राज्य में कुल 25 ‘नियोजन भवन’ हैं, जिनका काम बेरोजगारों का विवरण एवं जानकारी रखना और उन्हें रोजगार मुहैया कराना है। लेकिन, ऐसा लगता है कि ये कार्यालय निष्क्रिय हो गए हैं। इसलिए, हमारे कार्यकर्ता परिसर में ताले जड़ रहे हैं ताकि यह दर्शाया जा सके कि यदि इन कार्यालयों से कोई फायदा नहीं है तो इन्हें बंद कर देना ही बेहतर होगा।’’
भाषा यासिर माधव
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