कोच्चि/मुंबई, 12 जून (भाषा) अधिकारियों ने पिछले महीने केरल तट पर डूबे एक मालवाहक जहाज के बचावकर्ताओं और मालिकों को समुद्र में रिस रहे तेल को निकालने का काम शुरू करने और पूरा करने के लिए 48 घंटे का समय दिया है।
साथ ही अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि कार्रवाई नहीं करने पर उनके खिलाफ दीवानी और आपराधिक मामले दर्ज किए जाएंगे।
लाइबेरियाई ध्वज वाला जहाज एमएससी एल्सा 3, केरल के अलपुझा जिले में थोट्टापल्ली से लगभग 14.6 समुद्री मील दूर डूब गया था।
सूत्रों ने बताया कि यह नोटिस बुधवार शाम को जारी किया गया।
लाइबेरियाई कंटेनर जहाज़ ‘एमएससी एल्सा 3’ 640 कंटेनरों के साथ डूबा था। इनमें से 13 कंटेनर में खतरनाक सामान और 12 कंटेनर में कैल्शियम कार्बाइड था।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इसमें 84.44 मीट्रिक टन डीजल और 367.1 मीट्रिक टन ‘फर्नेस ऑयल’ भी था।
यह जहाज 24 मई को डूब गया था और उस दौरान भी इसके अंदर तेल मौजूद था।
अपनी नवीनतम जानकारी में, जहाजरानी महानिदेशालय ने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार की एजेंसियों ने तत्काल कार्रवाई की मांग करते हुए अंतिम नोटिस जारी किया है।
जहाजरानी महानिदेशालय ने कहा कि पर्यावरणीय खतरे की गंभीरता और नजदीक आते मानसून के कारण सीमित होते समय को देखते हुए, जहाज़ से तेल निकालने के लिए बचाव दल और जहाज़ के मालिकों को अंतिम चेतावनी दी गई है कि वे अगले 48 घंटों के भीतर कार्य शुरू कर इसे पूरा करें।
नोटिस में कहा गया है, ‘अनुपालन न करने पर लागू भारतीय कानूनों के तहत दीवानी और आपराधिक दोनों तरह के मामले दर्ज किए जाएंगे तथा बिना किसी अग्रिम सूचना के सक्षम न्यायालयों के समक्ष कानूनी कार्यवाही शुरू की जाएगी।’
भाषा
योगेश मनीषा
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