नयी दिल्ली, 12 जून (भाषा) वन97 कम्युनिकेशंस के शेयर में बृहस्पतिवार को सात प्रतिशत की गिरावट आई।
वन97 कम्युनिकेशंस के पास पेटीएम का स्वामित्व है।
सरकार के बड़े यूपीआई लेनदेन पर मर्चेंट डिस्काउंट रेट (एमडीआर) लगाने की खबरों के बाद कंपनी के शेयर में गिरावट आई। हालांकि, वित्त मंत्रालय ने इन दावों को ‘‘झूठा, निराधार और भ्रामक’’ करार दिया है।
बीएसई पर दिन के कारोबार के दौरान कंपनी का शेयर 9.99 प्रतिशत फिसलकर 864.20 रुपये पर आ गया था। बाद में यह 6.77 प्रतिशत की गिरावट के साथ 895.15 रुपये पर बंद हुआ।
एनएसई पर कंपनी के शेयर सात प्रतिशत की गिरावट के साथ 893 रुपये पर बंद हुआ जबकि दिन के कारोबार में यह 10 प्रतिशत फिसलकर 864.40 रुपये पर आ गया था।
मात्रा के संदर्भ में, दिन के दौरान बीएसई पर कंपनी के 9.64 लाख शेयरों और एनएसई पर 246.71 लाख शेयरों का कारोबार हुआ।
इससे पहले वित्त मंत्रालय ने यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) मंच के जरिये लेनदेन पर कोई ‘मर्चेंट डिस्काउंट रेट’ (एमडीआर) नहीं लेने की जानकारी दी।
मंत्रालय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘ यूपीआई लेनदेन पर एमडीआर वसूले जाने की अटकलें और दावे पूरी तरह से झूठे, निराधार एवं भ्रामक हैं। इस तरह की निराधार और सनसनी फैलाने वाली अटकलें हमारे नागरिकों के बीच अनावश्यक अनिश्चितता, भय व संदेह उत्पन्न करती हैं। सरकार यूपीआई के माध्यम से डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।’’
एमडीआर वह लागत है जो व्यापारी द्वारा बैंक को अपने ग्राहकों से डिजिटल माध्यम से भुगतान स्वीकार करने के लिए चुकाई जाती है। व्यापारी छूट दर लेनदेन राशि के प्रतिशत में व्यक्त की जाती है।
मंत्रालय का यह स्पष्टीकरण उन खबरों के बाद आया है, जिनमें दावा किया गया था कि सरकार बड़े यूपीआई लेनदेन पर एमडीआर लगाने की योजना बना रही है।
भाषा निहारिका अजय
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