मुंबई, 12 जून (भाषा) घरेलू शेयर बाजारों में भारी गिरावट और कच्चे तेल की वैश्विक कीमतों में बढ़ोतरी के बीच बृहस्पतिवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया सात पैसे टूटकर 85.60 (अस्थायी) पर बंद हुआ।
हालांकि, विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले कमजोर डॉलर ने नुकसान को सीमित कर दिया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 85.43 पर खुला। यह 85.43 और 85.65 के दायरे में कारोबार करने के बाद 85.60 (अस्थायी) पर बंद हुआ, जो पिछले बंद से सात पैसे की गिरावट है।
बुधवार को रुपया 85.53 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स एलएलपी के ट्रेजरी प्रमुख और कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार भंसाली ने कहा, “कच्चे तेल की कीमतें 70 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचने के बाद तेल कंपनियों द्वारा डॉलर खरीदने से भारतीय रुपया 85.43 प्रति डॉलर पर पहुंचने के बाद आज (बृहस्पतिवार) गिर गया।”
इस बीच, विश्व की छह प्रमुख प्रतिस्पर्धी मुद्राओं की तुलना में डॉलर की मजबूती को मापने वाला, डॉलर सूचकांक 0.43 प्रतिशत घटकर 99.20 पर रहा।
घरेलू शेयर बाजार में 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 823.16 अंक टूटकर 81,691.98 अंक पर, जबकि निफ्टी 253.20 अंक गिरकर 24,888.20 अंक पर बंद हुआ।
वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.09 प्रतिशत गिरकर 66.81 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को शुद्ध आधार पर 446.31 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा अनुराग अजय
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