भोपाल, 12 जून (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम के पचमढ़ी में भाजपा पदाधिकारियों के लिए एक प्रशिक्षण शिविर का शनिवार को उद्घाटन करेंगे, जिसमें उपस्थित लोगों को मोबाइल फोन का उपयोग करने की अनुमति नहीं होगी।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के संबंध में पार्टी नेताओं द्वारा आपत्तिजनक बयानों के कारण सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए शर्मनाक स्थिति बनने के बाद यह प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जा रहा है।
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए हमले के बाद भारत ने सात मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था जिसके तहत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और पाकिस्तान में आतंकी ढांचे पर हमला किया गया। उसके बाद 10 मई को दोनों देशों ने संघर्ष विराम का फैसला किया।
मध्य प्रदेश भाजपा प्रमुख वीडी शर्मा ने कहा, ‘अमित शाहजी प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन करेंगे। शिविर के अंदर मोबाइल फोन की अनुमति नहीं होगी। आजकल, ऐसी बैठकों और शिविरों में मोबाइल फोन की अनुमति नहीं देने की प्रथा आम हो गई है। यह (व्यवधान से बचने के लिए) एक तरह की आचार संहिता बन गई है ।”
पार्टी के सूत्रों ने कहा कि उपस्थित लोगों को ब्रेक के दौरान मोबाइल फोन का उपयोग करने की अनुमति होगी।
शिविर के उद्घाटन के दिन भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष भी मौजूद रहेंगे।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि नेताओं को सोशल मीडिया के प्रभावी उपयोग, उनपर फॉलोअर बढ़ाने के साथ-साथ भाजपा की संस्कृति और इतिहास के बारे में भी सिखाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का एक उद्देश्य नए नेताओं और विधायकों को पार्टी की नीतियों और विचारधाराओं के बारे में बताना और उन्हें सार्वजनिक संचार कौशल में प्रशिक्षित करना है। कार्यक्रम में वरिष्ठ पदाधिकारी व्याख्यान देंगे।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर मीडिया को जानकारी देने वाली टीम में शामिल सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी के बारे में राज्य के आदिवासी मामलों के मंत्री विजय शाह द्वारा 12 मई की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों को मप्र उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय ने गंभीरता से लिया है।
उच्च न्यायालय के निर्देश पर विजय शाह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई, जबकि उच्चतम न्यायालय ने मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया।
विजय शाह के बयान पर राजनीतिक तूफान थमने से पहले ही उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने 16 मई को कहा कि “पूरा देश, देश की सेना और सैनिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चरणों में नतमस्तक हैं।”
इसके एक दिन बाद, रीवा जिले के मंगावन से पहली बार विधायक बने भाजपा नेता नरेंद्र प्रजापति ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम का फैसला संयुक्त राष्ट्र के आदेश के बाद आया है।
भाजपा की ‘तिरंगा यात्रा’ में प्रजापति ने कहा, ‘अगर हमें संयुक्त राष्ट्र से आदेश नहीं मिलते तो प्रधानमंत्री मोदी पाकिस्तान को खत्म कर देते।’
इन विवादास्पद बयानों की कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने आलोचना की।
हालांकि, शर्मा ने कहा कि पार्टी द्वारा नियमित रूप से ऐसे शिविर आयोजित किए जाते हैं और ऐसे बयानों से इनका किसी भी तरह का संबंध से इनकार किया।
एक अन्य भाजपा नेता ने कहा कि 2023 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले सीहोर जिले में ऐसा शिविर आयोजित किया गया था, जिसमें केंद्रीय मंत्री और राज्य के सांसद, विधायक, पार्टी पदाधिकारी और जिला अध्यक्ष शामिल हुए थे।
भाषा दिमो नोमान
नोमान