नयी दिल्ली, 12 जून (भाषा) तृणमूल कांग्रेस सांसद साकेत गोखले ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि कोविड-19 महामारी के दौरान ‘‘पीएम केयर्स फंड’’ से वेंटिलेटर अधिक कीमत पर खरीदे गए और उनकी गुणवत्ता खराब थी।
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में गोखले ने वेंटिलेटर खरीद को ‘घोटाला’ करार दिया और कोष की पारदर्शिता और मूल्य निर्धारण के पीछे की तार्किकता पर सवाल उठाया।
गोखले के आरोपों पर सरकार की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
राज्यसभा सदस्य ने आधिकारिक ‘पीएम केयर्स’ वेबसाइट से वित्तीय खुलासे का हवाला दिया, जिसमें कहा गया है कि 50,000 वेंटिलेटर खरीदने के लिए 2,146.6 करोड़ रुपये खर्च किए गए जो प्रति यूनिट करीब 4.2 लाख रुपये है।
गोखले ने कहा, ‘‘पीएम केयर्स ने प्रति वेंटिलेटर 4.2 लाख रुपये खर्च किये। वास्तविक लागत : 1.5 लाख रुपये प्रति वेंटिलेटर।’’ उन्होंने वेंटिलेटर की गुणवत्ता पर चिंता जताते हुए बंबई उच्च न्यायालय की 2021 की एक टिप्पणी का भी हवाला दिया।
भाषा अविनाश पवनेश
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