(विनय शुक्ला)
मॉसको, 12 जून (भाषा) रूस में भारतीय राजदूत विनय कुमार ने बृहस्पतिवार को भारत और रूस के लोगों के बीच मजबूत संबंधों को बढ़ावा देने में प्रवासी भारतीयों की भूमिका की सराहना की।
रूस दिवस के अवसर पर मॉस्को में भारतीय दूतावास में स्थानीय भारतीय समुदाय द्वारा आयोजित एक समारोह में कुमार ने सांस्कृतिक राजदूत के रूप में प्रवासी भारतीयों के योगदान पर जोर दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय प्रवासी केवल रूस के निवासी नहीं हैं, वे भारत के समृद्ध और विविधतापूर्ण सांस्कृतिक मूल्यों और परंपराओं के राजदूत हैं।’’
रूस दिवस 12 जून, 1990 को रूसी सोवियत संघीय समाजवादी गणराज्य (आरएसएफएसआर) की राष्ट्रीय संप्रभुता की घोषणा को अपनाने की याद दिलाता है। इस दिन लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित पीपुल्स डेप्युटीज की पहली कांग्रेस (आरएसएफएसआर की मेगा संसद) ने तत्कालीन यूएसएसआर के भीतर अपनी राष्ट्रीय संप्रभुता की घोषणा के लिए सर्वसम्मति से मतदान किया।
कार्यक्रम के दौरान, राजदूत ने स्थानीय एनआरआई क्लब द्वारा प्रकाशित वार्ता पत्रिका नामक एक नई पत्रिका का शुभारंभ किया। इस पत्रिका का उद्देश्य रूस के बारे में जानकारी की कमी को पूरा करना और देश में आने वाले भारतीय पर्यटकों के लिए एक मार्गदर्शक के रूप में काम करना है।
चार दिन की छुट्टी अवधि के बावजूद, जिसका उपयोग कई रूसी यात्रा के लिए करते हैं, दूतावास में डीपी धर हॉल रूसी मित्रों और भारतीय समुदाय के सदस्यों से भरा हुआ था।
दूतावास की बाहरी सुरक्षा के लिए जिम्मेदार एक पुलिस लेफ्टिनेंट कर्नल ने इस उत्सव पर आश्चर्य जताया और मुस्कुराते हुए कहा, ‘‘बढ़िया, भारत एक मित्र है।’’
भाषा संतोष माधव
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